इस्लामाबाद: पाकिस्तान में जारी सियासी खींचतान के बीच वहाँ की सुप्रीम कोर्ट द्वारा संसद की बहाली और अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दिए गए फैसले के बाद शुक्रवार (8 अप्रैल) को पीएम इमरान खान ने देश को संबोधित किया। इसमें उन्होंने मुल्क की जनता से सड़कों पर उतरने का आह्वान करते हुए भारत की जमकर प्रशंसा की। इमरान खान ने कहा कि आज दुनिया का कोई भी सुपर पावर, भारत को आँख नहीं दिखा सकता। उनके इस बयान के बाद विपक्षी दलों ने कहा कि इमरान को हिंदुस्तान चले जाना चाहिए। इमरान खान ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ और मान-सम्मान के लिए पाकिस्तान की आवाम को सड़कों पर उतरने की अपील की है। इस दौरान इमरान ने भारत का उदाहरण देते हुए कहा कि हिंदुस्तान खुद्दार देश है। उसके खिलाफ साजिश करने की किसी में हिम्मत नहीं है। हिंदुस्तान की विदेश नीति स्वतंत्र है और विश्व की कोई भी ताकत हिंदुस्तान से नहीं कह सकती है कि उसकी विदेश नीति कैसी होनी चाहिए। पाकिस्तान की विदेश नीति में दूसरे देशों के दखल की तरफ इशारा करते हुए इमरान ने कहा कि रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगे, मगर हिंदुस्तान उससे तेल आयात कर रहा है। उन्होंने कहा कि, 'यूरोपीय यूनियन के अंबेसडर ने प्रोटोकॉल के खिलाफ बयान दिया कि पाकिस्तान को रूस के खिलाफ बयान देना चाहिए। क्या उनमे भारत से ऐसा कहने की हिम्मत है?' कश्मीर का राग अलापते हुए इमरान खान ने कहा कि हिंदुस्तान सहित किसी भी देश से उनकी कोई दुश्मनी नहीं है, मगर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के विचारधारा और कश्मीर की वजह से भारत और पाकिस्तान के रिश्ते बिगड़े हुए हैं। इमरान खान ने अपनी सरकार के खिलाफ साजिश रचने के लिए अमेरिका को दोषी करार दिया है। इमरान ने कहा कि जब वे रूस गए थे तो उन्हें धमकी दी गई थी, मगर वह किसी के हाथों की कठपुतली नहीं बन सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जब अमेरिका के एक प्रतिनिधि ने कहा था कि जब तक इमरान खान PM पद नहीं छोड़ते, तब तक पाकिस्तान को माफ नहीं किया जा सकता। पाकिस्तान का एक और दिखावा ! 26/11 हमले के मास्टरमाइंड हफ़ीज़ सईद को 31 साल की सजा आयरलैंड की मुद्रास्फीति 22 वर्षों में ऐतिहासिक उच्च स्तर पर पहुंची सिंधु जल संधि के तहत हाइड्रो परियोजनाओं पर काम शुरू करेगा विश्व बैंक