इस्लमाबाद: पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के विशेष सलाहकार के रूप में तैनात सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल असीम बाजवा ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है. असीम बाजवा पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगा है. हालांकि, वह चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) के प्रमुख के पद पर सेवाएं देते रहेंगे. पाकिस्तानी मीडिया से बात करते हुए असीम बाजवा ने अपने इस्तीफे का ऐलान किया है. पाकिस्तानी सेना के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल असीम बाजवा के इस्तीफे के कुछ ही घंटे बाद उनकी मीडिया टीम ने भ्रष्टाचार के आरोपों का खंडन कर दिया. असीम बाजवा ने कहा कि उन्होंने अपने परिवार की हिदायत के बाद विशेष सलाहकार का पद छोड़ने का निर्णय लिया. उन्होंने कहा कि मैंने अपनी सारी ऊर्जाएं CPEC में डालने का निर्णय लिया है, क्योंकि हमने सोचा कि वर्तमान में CPEC प्राधिकरण पर काफी ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है. पाक पीएम इमरान खान के बेहद करीबी माने जाने वाले असीम बाजवा ने कहा है कि सरकार के सूचना विंग में कई अन्य योग्य लोग हैं, इसलिए, वह CPEC पर अपना फोकस रखेंगे. उन्होंने कहा कि CPEC को लेकर एक उत्कृष्ट टीम आकार ले रही थी और पूरा कैबिनेट मल्टी-बिलियन डॉलर की परियोजना पर केंद्रित था. भ्रष्टाचार के आरोपों पर असीम बाजवा ने कहा कि मेरे पास संपत्ति को लेकर तमाम कागज़ात मौजूद हैं. एक पाकिस्तानी नागरिक होने के नाते, मैं किसी भी प्लेटफ़ॉर्म पर मनी ट्रेल, कागज़ात या किसी भी तरह के प्रमाण देने के लिए तैयार हूं. 31 साल से 'अजेय' है किरण मोरे का ये वर्ल्ड रिकॉर्ड, धोनी-गिलक्रिस्ट भी नहीं पहुँच सके हैं यहाँ अगर घूमने जा रहे हैं हिमाचल तो जरूर जाएं ये दो जगह अमेरिका ने किया 'परमाणु बम' वाली मिसाइल का परिक्षण, US से मिनटों में तबाह कर सकती है बीजिंग