इस्लामबाद: पीएम इमरान खान के भांजे हसन नियाजी समेत सात अन्य वकीलों की गिरफ्तारी के लिए पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार लाहौर हाई कोर्ट पहुंच चुकी है, प्रांत के एक अस्पताल में बीते दिसंबर 2019 में नियाजी समेत सैकड़ों वकीलों ने जमकर तोड़फोड़ की गई थी. वहीं इस मामले में आरोपित 52 वकीलों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं गिरफ्तारी से बचने के लिए हसन ट्रायल कोर्ट से अग्रिम जमानत लेने में कामयाब रहे थे. जंहा इसी के खिलाफ बीते शनिवार को पंजाब सरकार के वकील ने लाहौर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. मिली जानकारी के अनुसार करीब 250 वकीलों की भीड़ ने गत 11 दिसंबर को पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी में घुसकर तोड़फोड़ और डॉक्टरों के साथ दु‌र्व्यवहार किया था. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि चिकित्सीय उपकरणों को नुकसान पहुंचाए जाने के कारण कई मरीजों की मौत हो गई थी. इस घटना से इतर पाक के पीएम इमरान खान के भतीजे हसन नियाजी की गुंडागर्दी के कई और मामले भी सामने आए हैं. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि अभी कुछ दिन पहले एक वीडियो सामने आया था जिसमें वह एक सड़क दुर्घटना के बाद ड्राइवर के साथ गुंडागर्दी करते दिख रहा है. वीडियो में हसन नियाज़ी एक कार ड्राइवर के साथ अपशब्दों का इस्तेमाल करते दिख रहा है. यही नहीं दो पुलिसकर्मियों को मौजूदगी में उसे कार को लात मारते हुए भी देखा जा सकता है. वीडियो में पुलिस, इमरान के भतीजे हसन नियाज़ी और ड्राइवर के बीच बीच-बचाव की कोशिश करती दिखी थी. एक पुलिस अधिकारी ने तब बताया था कि जियाफ अली रोड पर नियाजी और दूसरे शख्‍स की कारों के बीच मामूली दुर्घटना के बाद यह झड़प हुई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नियाजी ने तब ड्राइवर से चाबी छीन ली थी. चीन में लगातार बढ़ रहा कोरोना का कहर, मरने वालों की संख्या 813 पहुंची ब्रिटेन में इस सप्ताह घोषित हो सकती है नई आव्रजन नीति, भारत समेत कई देशों की होगा फायदा अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ा तनाव, ईरान ने बैलेस्टिक मिसाइल राद-500 को दिखाया