इस्लामाबाद: पाकिस्तान की सरकार ने यह निर्णय लिया है कि वह चीन के वुहान (Wuhan) शहर से अपने नागरिकों को बाहर नहीं निकालेगा। बता दें कोरोना वायरस से प्रभावित चीन का यह शहर पूरे विश्व में चर्चा का विषय बना हुआ है। पाकिस्तान ने यह निर्णय तब लिया है जब उसके चार नागरिक चीन में कोरोना वायरस से ग्रसित हो गए हैं। एक सीनियर अधिकारी ने गुरुवार को कहा है कि चीन के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के मकसद से पाकिस्तान ने यह फैसला लिया है। स्वास्थ्य पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक डॉ जफर मिर्जा दावा है कि है कि पाकिस्तान चीन से अपने नागरिकों को नहीं निकालने का निर्णय विश्व स्वस्थ्य संगठन (WHO) के सुझावों पर अमल करते हुए ही लिया है। उन्होंने कहा है कि, 'हम मानते हैं कि अभी चीन में रह रहे हमारे नागरिकों के हित में है कि वे चीन में ही रहें, यह क्षेत्र, दुनिया, देश के वृहद् हित में है कि हम उन्हें अभी चीन से बाहर न निकालें।' डॉ मिर्जा ने आगे कहा कि, “हम चीन के साथ पूरी मजबूती के साथ खड़े हैं। चीन की सरकार संक्रमण को वुहान शहर में रोकने में सफल हो गई है। अगर हम लोगों को वहां से निकालेंगे तो यह संक्रमण पूरी दुनिया में जंगल की आग की तरह फैल जाएगा।” आपको बता दें कि WHO ने वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए पूरी दुनिया में इमरजेंसी घोषित कर दी है। सोने की तरह चमकदार और मधुमक्खी के छत्ते जैसी सतह, दुनिया के सामने पहली बार आई 'सूर्य' की तस्वीर 'पाक को 10 दिन में चटा सकते हैं धूल'', पीएम मोदी के बयान पर पाकिस्तान को लगी मिर्ची ब्रिटेन कोर्ट में भगोड़े नीरव मोदी की पेशी, प्रत्यर्पण को लेकर होगी सुनवाई