इस्लामाबाद: इमरान खान की अध्यक्षता वाली पाकिस्तान सरकार भारत के साथ शांतिपूर्ण वार्ता की बहाली में बाधक बने मसलों का समाधान निकालने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) नियुक्त करने पर विचार कर रही है. गत वर्ष अगस्त में पीएम बनने के बाद से इमरान खान शांति वार्ता की बहाली के लिए प्रयास कर चुके हैं. मगर भारत ने पाकिस्तान को यह साफ़ कर दिया है कि आतंकवाद और वार्ता दोनों साथ-साथ नहीं चल सकते. वार्ता तभी हो सकती है, जब सीमा पार से पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद बंद हो. बताया जा रहा है कि एनएसए की नियुक्ति के माध्यम से पाकिस्तान कूटनीतिक स्तर से अपने परमाणु शक्ति संपन्न पड़ोसी मुल्क के साथ विवाद का हल ढूंढने के प्रयास में है. एक्सप्रेस ट्रिब्यून की तरफ से आधिकारिक सूत्रों के हवाले से ये बात कही गई है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि सरकार एक सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी की NSA के रूप में नियुक्ति करना चाहती थी. उन्होंने बताया है कि कुछ नामों पर मंथन चल रहा है, लेकिन अभी आखिरी फैसला नहीं लिया गया है. आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 44 सीआरपीएफ जवानों के शहीद होने के बाद से दोनों देशों के संबंधों में और तल्खी आ चुकी है. भारत ने जवाब में हवाई हमला कर पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश के आतंकी ठिकानों पर बम बरसाए थे. इस घटना के बाद से दोनों देशों के संबंधों में और तनाव गहरा गया है. वर्ल्ड कप 2019: सन्यास लेने के बाद भी वेस्टइंडीज की टीम से खेलते नज़र आ सकते हैं ये दिग्गज खिलाड़ी ब्राजील : बार में घुसे बंदूकधारियों ने कर डाली अंधाधुंध फायरिंग, 11 की मौत दुनिया के सबसे ऊँचे स्थान पर बना है ये मतदान केंद्र, लेकिन मतदाता हैं काफी कम