इस्लामबाद: आज के समय में बीमारी हो या कोई आपदा दोनों ही मानव जीवन पर संकट बन ही जाती है. जिसमे से एक है कोरोना वायरस यह एक ऐसी बीमारी है, जिसका अभी तक कोई तोड़ नहीं मिल पाया है. वहीं इस वायरस की चपेट में आने से 108000 से अधिक मौते हो चुकी है, जबकि लाखों लोग इस वायरस से संक्रमित हुए है. ऐसे में वैज्ञानिकों के लिए यह कहना जरा मुश्किल सा है कि इस बीमारी से कब तक निजात मिल पाएगा. वहीं यह वायरस अब इतना बढ़ चुका है कि इस पर काबू पाना बेहद ही मुश्किल लग रहा है. वहीं अब कोरोना वायरस का असर कई जाती और धर्म पर भी देखने को मिल रहा है, जंहा इस वायरस की चपेट में आने से उन परिवारों में खौफ ही नहीं बल्कि पूर्णतः तवाही का मंज़र भी देखने को मिल रहा है. हर दिन कोई न कोई अपनी जान गवा रहा है, पाकिस्तान के ईसाइयों पर कोरोना की मार: पाकिस्तान में पहले से अछूत बनकर जी रहे ईसाइयों पर कोरोना की मार पड़ी है. आमिर गिल नाम के एक क्लीनर को उसके मालिक ने ईस्टर से एक दिन पहले से बिना किसी चेतावनी के काम से निकाल दिया. गिल ने कहा कि हम तो पहले से ही अछूत थे और अब अमीर लोग समझते हैं कि हम इस महामारी को उनके घर नहीं ले आएं. उधर, पाकिस्तान में पिछले 24 घंटे में कोरोना के पांच मरीजों की मौत हुई है. इस तरह देश में मृतकों की संख्या 71 हो गई. वहीं चीन का एक विमान वेंटीलेटर और पीपीई किट लेकर शनिवार को पाकिस्तान पहुंचा. दुनियाभर में बढ़ा मौत का आंकड़ा, संक्रमितों की संख्या 17 लाख के पार कोरोना से तवाही की कगार पर पंहुचा अमेरिका तो बोले ट्रम्प- लेने जा रहा जिंदगी का सबसे बड़ा फैसला पाक के राष्ट्रपति ने लॉकडाउन के नियमों की उड़ाई धज्जियां, भीड़ में नमाज़ अदा कर दिया योगदान