इस्लामाबाद: पाकिस्तान में बकरीद के दिन नमाज के दौरान बलूचिस्तान की चमन जेल से 17 कैदी मौका पाकर भाग निकले। इस दौरान जेल की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने गोलीबारी भी की, जिसमें एक कैदी की जान चली गई। हिंसा और फायरिंग में कुछ पुलिस गार्ड और कैदी जख्मी हो गए हैं। भागने वालों में कुछ आतंकी भी शामिल हैं। बलूचिस्तान जेल के महानिरीक्षक मलिक शुजा काजी ने जानकारी दी है कि गुरुवार (29 जून) को जेल में ही खुली जगह पर बकरीद के पर्व पर नमाज पढ़ी जा रही थी। इस दौरान कुछ कैदी वहाँ से फरार हो गए। मलिक शुजा काजी ने आगे बताया कि इन कैदियों ने फरार होने की योजना पहले ही बना रखी थी। उन्होंने बताया है कि कैदियों ने नमाज के लिए बैरक से बाहर लाया गया था। ये कैदी जैसे ही अपने बैरक से बाहर निकले, उन्होंने पुलिस गार्डों पर जानलेवा हमला कर दिया। इसके बाद वे वहाँ से फरार हो गए। इस दौरान उन्हें रोकने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने उन पर गोलीबारी की। गोलीबारी के दौरान एक कैदी को गोली लग गई और वह उसकी जान चली गई। हालाँकि, इस दौरान 17 कैदी भागने में कामयाब रहे। जेल महानिरीक्षक ने कहा कि ऐसा लगता है कि कैदियों को भागने की उनकी प्लानिंग को सफल बनाने के लिए बाहर से सहायता मिली थी। काजी ने कहा है कि जो कैदी भागे हैं, उनमें कुछ आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के दोषी थे और उसकी सजा काट रहे थे। उन्होंने कहा कि चमन जेल ईरान के सीमावर्ती शहर के लगभग है और सुरक्षा बलों को शक है कि कैदियों ने साथियों की मदद से बॉर्डर पार की होगी और ईरान भाग गए होंगे। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, भागने वाले कैदियों में ज्यादातर बैरक नंबर-4 के कैदी थे। ये सभी हत्या, आतंकवाद जैसे अत्यंत गंभीर अपराधों के दोषी थे। इनमें से कुछ विकलांग कैदियों की बैसाखियों से लैस थे और ड्यूटी पर तैनात पुलिस पर हमला कर दिया। उन्होंने जेल के मुख्य द्वार पर तैनात एक संतरी से कलाश्निकोव राइफल छीन लिया और फायरिंग करने लगे। इसके बाद कैदियों ने गोली मारकर मुख्य द्वार का ताला खोल दिया और भाग निकले। इसके बाद हुडी पख्त और गोराई कहोल के इलाकों में पुलिस और भागे हुए लोगों के बीच एनकाउंटर हुआ, जिसमें एक भगोड़े कैदी की मौत हो गई और दो अन्य जख्मी हो गए। घायल कैदी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भागने वाले कैदियों की लिस्ट तैयार की जा रही है। वहीं, भागने वाले कैदियों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसकी जिम्मेदारी पाकिस्तानी सेना को दी गई है। पाकिस्तानी मीडिया में कहा जा रहा है कि फरार होने वाले कैदियों की तादाद 12 है। इसके साथ ही, बलूचिस्तान में ही एक फिदायीन हमले (Suicide Bomber) को भी अंजाम दिया गया है। एक महिला फिदायीन हमलावर ने बलूचिस्तान के तुरबत शहर में फ्रंटियर कोर के एक वाहन को टक्कर मार दी। इसके बाद हुए ब्लास्ट में एक पुलिस अधिकारी की जान चली गई है। ओबामा के घर के पास से दंगों का वांटेड अपराधी गिरफ्तार, गाड़ी में भरा था विस्फोटक पीएम मोदी की 'मेक इन इंडिया' के मुरीद हुए पुतिन, बोले- हमारे दोस्त की योजना है, सीख सकता है रूस भारत की अध्यक्षता में होने वाली SCO Summit में शामिल होंगे शी जिनपिंग, चीन ने किया आधिकारिक ऐलान