म्युनिख: जर्मनी में शनिवार को म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन (एमएससी) 2018 को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के अार्मी स्टाफ जनरल के प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने पाकिस्तान को आतंकियों की पनाहगाह मानने से इंकार करते हुए दावा किया है कि पाकिस्तान की धरती पर कोई भी आतंकवादी संगठन नहीं हैं, जनरल बाजवा ने कहा कि आज मैं गर्व और दृढ़ विश्वास से कह सकता हूं कि सीमा पर कोई संगठित कैंप नहीं हैं, हमारे पास अभी भी सक्रिय और स्लीपर सेल हैं और वे पहाड़ों, सीमा शहरों और 54 शरणार्थी शिविरों और शहरों में छुप कर अपना काम कर रहे हैं. सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि पाकिस्तान में अब भी अफगानिस्तान से लगभग 2.7 मिलियन शरणार्थियों का आगमन होता है जिनकों तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) और हकाकी नेटवर्क अपने संगठन में इस्तेमाल करता है, बाजवा ने काबुल प्रशासन को निर्दोष बताते हुए कहा कि पिछले साल पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में 130 आतंकवादी हमलों में से 123 अफगानिस्तान से योजनाबद्ध और निष्पादित की गई थी. उन्होंने कहा कि हम काबुल की स्थिति को समझते हैं और इसलिए हम उन्हें दोषी नहीं मानते हैं, लेकिन अफगानिस्तान में अस्थिरता हमें बुरी तरह प्रभावित कर रही है और यह काबुल में सबसे शक्तिशाली गठबंधन की उपस्थिति के बावजूद हो रहा है, हमने अल क़ायदा, टीटीपी और जमैतुल अहरार को हराया है यह संगठन अभी भी अफगानिस्तान में मौजूद हैं. हाफिज सईद पाक की दोगली साजिश का हिस्सा अमेरिका की पाकिस्तान को निगरानी सूची में रखने की चाहत अमरीका ने खोली चीन की पोल