नई दिल्ली: पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ की अपील के बाद भारत ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी एवं चीफ जस्टिस को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के बैठक में भारत आने का आमंत्रण दिया है। मई 2023 में गोवा में होने वाले इस सम्मेलन में सम्मिलित होने के लिए पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ को भी जल्द ही निमंत्रण भेजा जाएगा। वही इस वर्ष शंघाई सहयोग संगठन की अध्यक्षता भारत कर रहा है। अध्यक्ष देश के निमंत्रण को एक रेगुलर रूटीन माना जाता है। मगर पाकिस्तान को आमंत्रण देना इसलिए भी मायने रखता है क्योंकि दोनों देशों के बीच रिश्ते काफी खराब चल रहे हैं। महंगाई और नकदी का संकट झेल रहे पाकिस्तान के पीएम ने हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत की अपील की थी। पाकिस्तान की तरफ से बार-बार भारत के साथ रिश्ते सुधारने की अपील के पश्चात् विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री और चीफ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान को शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में आने का निमंत्रण भेजा था। अधिकारिक जानाकारी के मुताबिक, एससीओ शिखर सम्मेलन की बैठक का निमंत्रण भारतीय उच्चायोग ने इस्लामाबाद में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय को दिया है। हालांकि, अभी भी यह साफ़ नहीं है कि पाकिस्तान निमंत्रण स्वीकार करेगा या नहीं। एससीओ शिखर सम्मेलन के अध्यक्ष देश के लिए निमंत्रण को एक रेगुलर रूटीन माना जाता है। किन्तु पाकिस्तान को न्यौता देना इसलिए भी मायने रखता है क्योंकि दोनों देशों के बीच रिश्ते बहुत खराब चल रहे हैं। यदि पाकिस्तान यह न्योता स्वीकार करता है तो एक दशक पश्चात् पाकिस्तान के किसी शीर्ष नेता का पहला भारत दौरा होगा। इससे पहले आखिरी बार पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार जुलाई 2011 में भारत आईं थीं। '2024 में खत्म हो जाएगी JDU', चिराग पासवान का आया बड़ा बयान 'पाकिस्तान के होंगे 4 टुकड़े, 3 हिस्से भारत में मिलेंगे', गणतंत्र दिवस पर बोले बाबा रामदेव मौसम ने ली करवट, प्रदेश के कई हिस्सो में बारिश से मौसम में घुली ठंडक