वाशिंगटन. पाकिस्तान को सुरक्षा सहायता रोकने से चीन से उसकी करीबियां बढ़ जाएंगी जैसे कयासों को कोई तवज्जो नहीं देते हुए अमेरिका ने कहा है कि दोनों देशों के साथ पाकिस्तान के संबंध भिन्न हैं. यह अधिकारी इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि अमेरिका के हालिया कदम से पाकिस्तान की नजदीकियां चीन के साथ बढ़ेगी. विदेश विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘मेरा मानना है कि वे (पाकिस्तान) दोनों देशों के साथ मजबूत संबंध बनाना चाहते हैं लेकिन यह जरुरी नहीं कि जो अमेरिका से मिलेगा, वही उन्हें चीन से मिलेगा.’ अधिकारी ने कहा, ‘हमारे पास यह क्षमता नहीं है कि हम बैंकों और कंपनियों को पाकिस्तान में 55 अरब डॉलर निवेश करने के निर्देश दें लेकिन साथ ही चीन के पास भी यह क्षमता नहीं है कि वह दुनिया को सर्वोच्च गुणवत्ता के सैन्य उपकरण मुहैया कराए.’ उन्होंने कहा, ‘हमें पाकिस्तान और चीन के रिश्ते से कोई दिक्कत नहीं है. चीन ने काफी निवेश किया हुआ है तथा उसकी और निवेश करने की योजना है.’ अधिकारी ने कहा, ‘पाकिस्तान को आर्थिक विकास और आर्थिक वृद्धि की जरुरत है. अगर चीन सक्षम है तो वह पाकिस्तान की स्थिरता, सुरक्षा तथा आर्थिक संपन्नता में योगदान देगा. यह ठीक है. यह अच्छी बात है.’ उन्होंने पाकिस्तान और चीन के लंबे और बेहद मजबूत संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि ये संबंध अमेरिका पाकिस्तान संबंधों की कीमत पर नहीं बने हैं. शी ने युद्ध के लिए विशिष्ट बल गठन करने का आदेश दिया विश्व पुस्तक मेला आज से चार करोड़ से अधिक लोग अभी भी गुलाम