पीएम के मुँह से लगा पकौड़ा देश की सियासत के लिए कितना असरकारक हो गया था आप अभी भूले नहीं होंगे. ‘अगर आपके दफ्तर के बाहर कोई व्यक्ति पकौड़ा बेच रहा है तो क्या वह रोजगार नहीं है.’ यही कहा था पीएम ने बस फिर क्या था. पक्ष और विपक्ष ने पकौडे को रातों रात हीरो बना दिया. आलम ये हुआ कि गैर हिंदी भाषी राज्यों को भी पता चल गया की पकौड़ा किसे कहते है. आलोचकों का कहना था कि पीएम मोदी अपनी सरकार की नाकामी छुपाने के लिए पकौड़ा बेचने वालों का सहारा ले रहे हैं क्योंकि कोई व्यक्ति अगर पकौड़ा बेच रहा है तो उसमें सरकार का कोई योगदान नहीं होता. वहीं, पीएम मोदी के समर्थकों का कहना था कि, ‘पीएम मोदी, भले देश-विदेश में घूमते हों लेकिन पकौड़ा वालों तक को जानते और उनके बारे में बात करते हैं. ये बताता है कि वे कितने जमीन से जुड़े हुए हैं.’ मगर अब फिलहाल ये दो दर्जन लोग बेरोजगार हैं. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक एक दोपहर को थाना-20 (फिल्म सिटी इसी थाने के अंदर आती है) के थानाध्यक्ष इलाके में पूरे दल-बल के साथ आए और उनके आदेश से सारी दुकानें बंद करवा दी गईं. मामले पर थानाध्यक्ष मनीष कुमार सक्सेना कहते हैं, ‘ देखिए, ये खेमचे अवैध रूप से यहां लग रहे थे. कुछ तो रात के 11 बजे के बाद भी खुले रहते थे और इस वजह से इन्हें बंद करवाया है.’ यह बात सही है कि इन दो दर्जन लोगों में से ज़्यादातर लोगों के पास फ़िल्म सिटी में सड़क किनारे खोमचे लगाने के लिए जरूरी आदेश नहीं हैं. एक युवक जो दो हफ़्ते पहले तक यहां दुकान लगाता था. कहता है, ‘अरे नहीं साहब, हम मीडिया से क्या बात करें. मीडिया काम बनाता नहीं है, बिगाड़ देता है. अगर कल को हम थाने पर प्रदर्शन करेंगे तो मीडिया वाले हमें ही नक्सली बता देंगे. आप जाइए. हम अपना देख लेंगे.’ ये हाल केवल नोएडा का नहीं है. बात केवल यूपी की नहीं है. देश के ज़्यादातर इलाकों में सड़क किनारे दुकान लगा कर अपने परिवार का पेट पालने वाले हज़ारों लोग पुलिस के रहम-ओ-करम पर ही अपना धंधा करते हैं. इनके लिए सरकार, व्यवस्था, न्याय और संविधान सब बेमानी है और जो सत्य है वो है किसी थाने का थानेदार, किसी चौकी का इंचार्ज. अब इस कार्यवाई पर सरकार का खासकर पीएम मोदी कि कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है. सवाल ये भी है कि सरकार ने रोजगार देने का जो वादा इस पकौड़े वालो के ठेले गिनवा कर पूरा करने का दावा कर दिया था उसका क्या. साथ ही सरकार रोजगार देने के काम कर रही है या बेरोजगारी बढ़ाने का ये अब तक समझ से परे है. योगी को उन्हीं के चप्पल से पीटना चाहता हूँ: ठाकरे उद्धव का चप्पल वार, योगी का पलटवार यूपी पुलिस का एनकाउंटर अभियान, 2 और अपराधी धराए