मुंबई हमले का मास्टमाइंड हाफिज सईद और लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है. हाफिज सईद ने अब पाकिस्तान की राजनीति में कदम रखने के लिए नापाक हरकतों का सहारा ले रहा है और पाकिस्तान सेना और सरकार उसकी इस नपाक हरकत में उसका साथ देने में लगी है। बता दे कि रावलपिंडी में हाफिज सईद की एक रैली के दौरान फिलिस्तीन के राजदूत वालीद अबु अली के साथ मंच साझा किया है. इस पर भारत ने नाराजगी जाहिर की है. बता दे कि आतंकी हाफिज सईद ने अब पाकिस्तान की जनता का दिल जीतने के लिए रावलपिंडी में एक रैली की अपनी इस रैली में उसने फिलिस्तीन के राजदूत वलीद अबु अली को बुलाकर पूरी दुनिया को सोचने पर मजबूर कर दिया. इसपर आतंकी के साथ मंत साझा करने पहुंचे फिलिस्तीन के राजदूत अबु अली ने न सिर्फ आंतकी हाफिज सईद को गले लगाया बल्कि रैली को संबोधित भी किया। इस मामले पर कड़ा ऐतराज जताते हुए भारत ने कहा है कि वह इस मुद्दे को फलस्तीन के सामने सख्ती से उठाएगा। आपको बता दे कि आतंकी हाफिज सईद पाकिस्तान में होने वाले आगामी चुनावों में मैदान में उतरना चाहता है। वह अपनी पार्टी बनाने को लेकर कई बार चुनाव आयोग से भी मुलाकात कर चुका है। हालांकि पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने सईद को पार्टी बनाने की अनुमति नहीं दी है। हाफिज के सिर पर अमेरिका ने एक करोड़ रुपये का इनाम रखा हुआ है। फिलिस्तीनी राजदूत के हाफिज सईद के साथ मंच करने के बाद से सोशल मीडिया में भी काफी आलोचना हो रही है। एक बार फिर चली हाफ़िज़ की जहरीली जुबान हाफिज की पार्टी को मंजूरी नहीं देने का आग्रह हाफिज ने भारत के खिलाफ फिर उगला जहर