नई दिल्ली : प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविन्द पनगढ़िया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे इस्तीफे में उन्होंने 31 अगस्त तक कार्यभार से मुक्त किये जाने का अनुरोध किया है .बताया जा रहा है कि पनगढ़िया कोलंबिया यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बनकर फिर अध्यापन कार्य को शुरू करेंगे. उल्लेखनीय है कि अरविन्द पनगढ़िया के नीति आयोग के उपाध्यक्ष पद से अचानक इस्तीफा दे दिए जाने से नीति आयोग की व्यवस्थाएं प्रभावित होंगी. इस पद के लिए अब संभावित दावेदारों में मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम, योजना के आयोग के पूर्व सदस्य नरेंद्र जाधव और पूर्व नौकरशाह एनके सिंह के नामों की चर्चा है. बता दें कि मोदी सरकार ने तत्कालीन योजना आयोग को समाप्त कर 1 जनवरी, 2015 को एक प्रस्ताव के माध्यम से नीति आयोग की स्थापना की थी. प्रसिद्ध अर्थशास्त्री अरविन्द पनगढ़िया को इस नए आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया था. पनगढ़िया के कार्यकाल में जेनेटिकली मोडिफाइड (जीएम) फसलों की सिफारिश की गई थी . कहा जा रहा है कि संघ परिवार के सहयोगी संगठन पनगढ़िया के इस निर्णय के प्रति नाराजगी जता चुके थे. ऐसे में उनका यह इस्तीफा उसी की प्रतिक्रिया है या वापस शिक्षा की ओर बढ़ता रुझान यह कहना मुश्किल है. जानिए क्या चल रहा है हमारे देश की राजनीती में, पढिये राजनीतिक पार्टी से जुडी ताज़ा खबरें स्नेपडील ने फ्लिपकार्ट की पेशकश को ठुकराया इन्कम टैक्स जमा नहीं करने पर लगेगा एक फीसदी ब्याज