इस्लामाबाद: पनामा गेट मामले में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ़ की बेटी मरियम नवाज शरीफ फिर से मुश्किलों में घिर गयी है. हाल में मरियम नवाज शरीफ द्वारा संयुक्त जांच कमेटी (JIT ) को सौंपे गए काग़जात को जाली बताया है. JIT ने मरियम नवाज़ की ओर से जमा किए गए फर्जी दस्तावेजों को फॉन्ट के आधार पर पकड़ा है, जिसमे एक बार फिर से मरियम की मुश्किलें बढ़ सकती है. बता दे कि पनामा गेट मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ़ के परिवार के लोगो के भी नाम है. जिसकी जाँच चल रही है. वही इस मामले को लेकर नवाज शरीफ़ परिवार की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही है. मरियम नवाज़ ने जांच टीम को जो दस्तावेज सौंपे हैं उसमें माइक्रोसॉफ्ट के i कैलिबरी ( Calibri ) फॉन्ट का इस्तेमाल किया गया है. मरियम नवाज़ के दस्तावेज़ 2006 के होने चाहिए. (क्योंकि ये डील उसी वक़्त हुई थी), जबकि जो काग़जात सौंपे है उसमें कैलिबरी फॉन्ट का प्रयोग हुआ है. कैलिबरी फॉन्ट 31 जनवरी, 2007 तक कमर्शल यूज के लिए उपलब्ध नहीं था. ऐसे में यह कागजात कई सवाल खड़े कर रहे है. JIT ने लंदन की रैडली फॉरंसिक डॉक्युमेंट लैबोरेट्री के रॉबर्ट डब्ल्यू रैडली की राय का हवाला देते हुए दस्तावेजों में इस्तेमाल फॉन्ट पर सवाल उठाए हैं. जिसके बाद इस मामले में वे फँस सकती है. पाकिस्तानी PM ने आतंकी बुरहान को दी श्रद्धांजलि नवाज ने चीन-पाकिस्तान रणनीतिक संबंधों की प्रशंसा की भारत अफगानिस्तान को लेकर नवाज शरीफ ने ली बैठक वाघेला ने कहा सोनिया गांधी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता खत्म हो गई पाकिस्तान ने चीन के लिए लागू किए कठोर वीजा नियम , आपसी मन मुटाव बढ़ा