लखनऊ: उत्तर प्रदेश की फूलपुर लोकसभा सीट से शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) ने पूर्व जिला अध्यक्ष पंधारी यादव को प्रत्याशी घोषित किया है. पंधारी यादव अभी सपा के प्रदेश सचिव हैं. वर्ष 2014 में पहली बार इस सीट पर मोदी लहर में भाजपा ने जीत दर्ज की थी, लेकिन डिप्टी सीएम बनने के बाद वर्ष 2017 में उन्होंने इस सीट को छोड़ दिया था और 2018 में हुए उपचुनाव में इस सीट से सपा ने जीत हासिल की थी. ये लोकसभा सीट इलाहाबाद जिले में आती है. इस सीट पर तीन बार उपचुनाव हुए हैं. फूलपुर लोकसभा सीट से कभी देश के पहले पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू ने चुनाव लड़ा था. वर्ष 2014 में मोदी लहर में भाजपा ने पहली दफा इस सीट पर जीत दर्ज की. वर्ष 2014 में भाजपा के केशव मौर्य ने इस सीट से जीत हासिल की थी. उन्हें जनता ने 5,03,564 के रिकॉर्ड मतों से विजयी बनाया था. सपा के धर्मराज सिंह पटेल दूसरे, बसपा उम्मीदवार कपिलमुनि करवरिया तीसरे और कांग्रेस के मो. कैफ चौथे स्थान पर रहे थे. केशव प्रसाद मौर्य के उपमुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने फूलपुर लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया. सीट के खाली होने के बाद वर्ष 2018 में हुए उपचुनाव में भाजपा 2014 की जीत को दोहरा नहीं सकी. सपा के नागेंद्र पटेल ने भाजपा कौशलेंद्र पटेल को शिकस्त दी थी. उपचुनाव में बसपा-सपा और कांग्रेस ने गठजोड़ किया था. इसलिए इस सीट से कांग्रेस और बसपा ने अपना कोई प्रत्याशी नहीं उतारा था. सपा के नागेंद्र पटेल को 3,42,922, भाजपा के कौशलेंद्र पटेल 2,83,462 औऱ निर्दलीय प्रत्याशी अतीक अहमद को 48,094 वोट मिले थे. खबरें और भी:- गठबंधन पर बोले मनीष सिसोदिया- कई फॉर्मूले कांग्रेस के सामने रखे लेकिन कांग्रेस तैयार नहीं हुई साध्वी प्रज्ञा ने दिग्विजय को बताया महिषासुर, कहा- मैं आई हूँ मर्दन करने... जेडीयू ने लगाया लालू प्रसाद यादव पर जेल से टिकट बांटने का आरोप, चुनाव आयोग से की शिकायत