मुंबई: महाराष्‍ट्र में सत्‍तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना के बीच बढ़ती दरार के बीच कैबिनेट मंत्री पंकजा मुंडे ने धनगर समुदाय के लिए आरक्षण की मांग उठाते हुए, राज्‍य सरकार को मुश्किलों में डाल दिया हैं. ऐसा इसलिए माना जा रहा है कि क्‍योंकि मराठा समुदाय के आरक्षण की मांग की वजह से देवेंद्र फडणवीस की सरकार पहले से ही बैकफुट पर रही है. एशियन कप फुटबॉल टूर्नामेंट: भारत ने अपने पहले ही मैच में थाईलैंड को 4-1 से हराया हालांकि काफी प्रदर्शन और आंदोलनों के बाद में फडणवीस सरकार ने मराठा समुदाय को आरक्षण देने की घोषणा कर दी है. इसी तर्ज पर अब पंकजा मुंडे ने धनगर समाज को आरक्षण दिए जाने की वकालत की हैं. इसी मांग के चलते उन्होंने नांदेड में मालेगांव यात्रा के दौरान रविवार शाम को एक सभा को सम्बोधन देते हुए इसका सार्वजनिक शंखनाद भी कर दिया है. जेट एयरवेज को जल्द मिल सकती एसबीआई से वित्तीय सहायता उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा है कि ''मैं गोपीनाथ मुंडे की पुत्री, पंकजा गोपीनाथ मुंडे आप सभी को इस सार्वजनिक सभा में वचन देती हूं कि आपके वोट से अगर सत्ता परिवर्तन हुए बगैर दोबारा भाजपा सत्ता में आती है, तो बिना धनगर समुदाय के आरक्षण पर फैसला हुए मै मंत्रालय के प्रवेश नहीं करूंगी. आपकी मांगों को पूरा करने के लिए आपके साथ दिल्ली तक जाने की क्या, मैं आपके साथ पृथ्वी से बाहर तक जाने को भी राजी हूं. उन्होंने कहा कि अगर आप मुझे कहेंगे तो मैं भेड़ों के पीछे भी चल पड़ूंगी.'' खबरें और भी:- उत्तराखंड में शुरू हुआ पतंजलि का पहला परिधान शोरूम देश के वित्तीय और पूंजी बाजार को साइबर अटैक से बचाएगा यह सॉफ्टवेयर 30 हजार रु से अधिक सैलरी, योग्यता महज ग्रेजुएट