एक पापी आदमी मरने के बाद नर्क में गया. कुछ सालों बाद उसके गांव के ही पंडितजी उसे नर्क में मिल गये. उस पापी आदमी को बड़ा आश्चर्य हुवा की, ‘सारा गांव जिन पंडितजी की शराफत, इंसानियत की कसमें खाता था, उन्हे तो स्वर्ग में जाना चाहिये था.’… उसने हैरान होकर पंडितजी से पूछ ही लिया: पंडितजी! आप यहाँ कैसे ??? पंडितजी: पंडताईन के कारण! पापी: मतलब … ? पंडितजी: मैंने मेरी पूरी जिंदगी में कभी झूठ नही बोला, बस बीबी से बोलना पड़ता था … पापी: मैं कुछ समझा नही…. पंडितजी: वो रोज सुबह तैयार होकर मुझसे पूछती- मैं कैसी लग रही हूँ जी ??? ” . . . हंसिये मत… हम सब भी नर्क मे ही जानें वाले है …..! अकबर और बीरबल GST का मतलब मुझे भी taste कराओ इतनी घड़िया क्यों