नई दिल्ली : राफेल डील का विवाद देश में जोर-शोर से गूंज रहा है. पहले जहां आज राहुल गांधी ने लोकसभा में राफेल डील को लेकर एक के बाद एक भाजपा और मोदी सरकार को घेरा तो वहीं इसके बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस मामले पर सफाई पेश की. अरुण जेटली ने इस दौरान लोकसभा में कहा कि राहुल गांधी ऑफसेट के बारे में नहीं जानते हैं और ऑफसेट कितने होंगे और कौन होंगे यह दसॉल्ट तय करता है. जिस कंपनी का नाम लिया गया उससे 4 या 5 फीसदी का करार हुआ, वह सिर्फ ऑफसेट सप्लायर है, लेकिन राहुल गांधी मानते हैं कि वह निर्माता कंपनी है. पीएम मोदी को ‘ब्लैकमेल’ करने की कोशिश कर रहे हैं पर्रिकर : रेड्डी अरुण जेटली ने इस दौरान कांग्रेस और राहुल पर एकाएक हमले किए. जेटली ने आरोप लगते हुए कहा कि करार में कुल ऑफसेट 29 हजार के और कांग्रेस एक लाख 30 हजार करोड़ के एक कंपनी के ऑफसेट बता रही है. साथ ही अरुण जेटली ने इस मसले पर राहुल गांधी को झूठा बताया. जबकि इससे पहले राहुल गांधी ने पीएम मोदी को अपने भाषण में इस मसले पर राहुल को झूठा बताया था. राफेल 'ऑडियो' टेप : कांग्रेस के आरोपों के बाद बोले पर्रिकर, हो रही है तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने की कोशिश आपको बता दें कि इससे पहले आज सुबह कांग्रेस द्वारा एक ऑडियो टेप भी जारी किया गया था, जिसमे भाजपा के एक नेता विश्वजीत राणे ने कहा है कि राफेल की जानकारी पर्रिकर के बेडरूम में बंद है और राहुल नई इसे संसद में चलाने की मनंग भी की, लेकिन स्पीकर सुमित्रा महाजन ने इसकी अनुमति नही दी. जबकि मनोहर पर्रिकर ने इस ऑडियो को फर्जी करार दिया है. राफेल को लेकर लोकसभा में बहस जारी, जमकर हो रहा हंगामा राफेल सौदे पर क्लीन चिट के बाद बिना मतदान वाले नियम पर आज संसद में होगी चर्चा योगी के गढ़ गोरखपुर में कांग्रेस का पोस्टर वार, राहुल गाँधी को बताया 'दबंग'