नई दिल्ली : संसद में आज मानसून सत्र का दूसरा दिन है. सत्र की शुरुआत हो चुकी है और दिग्विजय सिंह ने किसानो का मुद्दा उठाया है. दिग्गी ने कहा कि किसानो के लिए कुछ नही किया जा रहा है. बल्कि अपना हक मांगने पर उन्हें गोलियां दी जा रही है. पहले दिन मानसून सत्र के शुरुआत कभी हंगामेदार रहा. बसपा चीफ मायावती ने बोलने का समय नही मिलने से नाराज होकर राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया है. आज बुधवार को फिर हंगामे के असार नजर आ रहे है. विपक्ष इस मुद्दे पर हंगामा कर सकता है. इसके अलावा राज्यसभा में मॉब लिंचिंग और दलितों के मुद्दे पर बहस भी हो सकती है. गौरतलब है कि पहले दिन हंगामे के दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती नाराज होकर राज्यसभा से इस्तीफा देकर बहर चली गई थी. कांग्रेस ने भी मायावती का समर्थन करते हुए सदन से वॉकआउट किया था. वही माया के इस्तीफे के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने उन्हें उनकी तरफ से राज्यसभा में जाने का ऑफर दिया है. बुधवार को सत्र शुरू होने से पहले संसद में ही बीजेपी संसदीय दल की बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने हाल ही में हुई पीएम मोदी कि विदेश यात्रा की तारीफ की, वहीं वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जीएसटी पर अपनी बात रखी. सुषमा ने कहा कि हाल ही में जो पीएम की यात्राएं रही हैं, वह ऐतिहासिक थी. बीजेपी संसदीय दल की बैठक खत्म होने के बाद संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने बताया कि वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बैठक में जीएसटी की तारीफ की और उससे होने वाले फायदों को गिनाया. अनंत कुमार ने कहा कि अभी तक 75 लाख जीएसटी से जुड़ गए हैं, आने वाले दिनों में 1 करोड़ लोग और भी जुड़ेंगे. GST के बाद इंस्पेक्टर राज पूरी तरह से खत्म होगा. उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि विपक्ष सदन चलने देगा, सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है. माया पहले ही रच चुकी थी साजिश, दलितों को पाने के लिए जानबूझकर दिया राष्ट्रपति चुनाव से एक दिन बाद इस्तीफा माया के समर्थन में कांग्रेस ने भी किया सदन से वॉकआउट बड़ी खबर : हंगामे के बाद मायावती ने दिया इस्तीफा