नई दिल्ली : लोकसभा का शीतकालीन सत्र आज प्रारंभ होने के कुछ देर बाद स्थगित हो गया। दरअसल यह सत्र कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। ऐसा किसी तरह के हंगामे को लेकर नहीं किया जा रहा है। दरअसल लोकसभा में दिवंगत सांसद को श्रद्धांजलि दी गई और दो मिनट का मौन रखा गया। इसके बाद सदन स्थगित हो गया। अब सदन की कार्रवाई कल से प्रारंभ होगी। दूसरी ओर राज्यसभा में कार्रवाई प्रारंभ हुई। राज्यसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने केंद्र सरकार से सवाल करते हुए कहा कि सरकार बताए कि यह कौन सी कैशलेस इकोनाॅमी है जिसमें आम आदमी परेशान हो रहा है। पहले भी विमौद्रिकरण हुआ था, मगर लोगों को समय दिया जाता था, लेकिन इस बार तो प्रधानमंत्री और सरकार का प्रवचन ही सुनाई दे रहा है। एक आम आदमी करेंसी एक्सचेंज करने जा रहा है मगर उसके ट्रांजिक्शन को लेकर आपने सीमा लगा दी है। राज्यसभा में कार्रवाई प्रारंभ होते ही जमकर हंगामा हुआ। संसद में बसपा प्रमुख मायावती पहुंची और उन्होंने कहा कि वे नोटबंदी के विरूद्ध नहीं हैं मगर जिस तरह से इसे लागू कर दिया गया है वे उसके विरूद्ध हैं। इस मामले में एनसीपी नेता मजीद मेनन ने विरोध करते हुए कहा कि विरोध मार्च करते हुए हम राष्ट्रपति भवन नहीं जा रहे हैं। गौरतलब है कि संसद में पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया से चर्चा कर सभी दलों से उम्मीद की थी कि शीतकालीन सत्र में अच्छी चर्चा होगी और जीएसटी पर भी सभी दल अच्छी बात सामने रखेंगे। दूसरी ओर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सत्र प्रारंभ होने से पहले ट्विटर पर लिखा और महात्मा गांधी के संदेश का उल्लेख किया कि बुरे लोगों का असहयोग करना उतना ही बड़ा कर्तव्य है जितना अच्छे लोगों का सहयोग करना। संसद का सत्र प्रारंभ होने के पहले केंद्रीय मंत्री एम वैेंकेया नायडू ने कहा कि उनकी सरकार संसद में नोटबंदी पर चर्चा के लिए तैयार है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नोटबंदी के मसले पर राष्ट्रपति भवन तक मार्च करने की बात कही है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में मार्च निकाले जाने की तैयारी की जा रही थी। इस मार्च में आम आदमी पार्टी, शिवसेना द्वारा समर्थन दिए जाने की बात सामने आई है।