नई दिल्ली। गुड्स एंड सर्विस टैक्स बिल को लेकर केंद्र सरकार द्वारा महत्वपूर्ण बैठक 30 जून को आयोजित की जानी है। देश ही नहीं विदेशों में भी भारत में जीएसटी लागू किए जाने को लेकर चर्चा चल रही है। ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मोदी से मीटिंग के दौरान भारत सरकार के जीएसटी लागू करने के फैसले की तारीफ की। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संयुक्त बयान देते हुए उन्होंने कहा था कि भारत के टैक्स सुधार के लिए जीएसटी एक ऐतिहासिक कदम है जो लोगों के लिए नई उम्मीद लेकर आएगा। अगले दो हफ्तों में आप सबसे बड़े टैक्स रिफॉर्म्स लागू करेंगे। हम भी ऐसा ही करेंगे। भारत के लोगों के लिए यह नए मौके लेकर आएगा। जीएसटी को लेकर 30 जून को बैठक होना है। जिसके लिए राष्ट्रपति समेत और कई दिग्गज नेताओं को बुलाया गया है। मगर विपक्ष की ओर से विरोध की रणनीति तैयार की जा रही है। विपक्ष की प्रमुख नेताओं में से एक और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि उनकी पार्टी इस लाॅन्चिंग में भागीदारी नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की संसदीय समिति ने कहा है कि उनका दल इस कार्य में शामिल नहीं होगा। गौरतलब है कि केंद्र की मोदी सरकार ने 1 जुलाई से गुड्स एंड सर्विस टैक्स लागू करने की तैयारियां पूरी कर ली हैं। आज संसद में इस बैठक की मेगा रिहर्सल होनी है। इस रिहर्सल के दौरान पार्लियामेंट्री अफेयर्स मिनिस्टर अनंत कुमार मुख्तार अब्बास नकवी और एसएस अहलूवालिया मौजूद रह सकते हैं। इस मामले में मंगलवार को अरुण जेटली ने कहा कि जीएसटी लागू करने में शुरुआती दिक्कतें हो सकती हैं। इन्हें दूर करने के लिए वित्त मंत्रालय में एक वॉर रूम तैयार कर लिया गया है। वित्त मंत्री ने कहा कि कोई भी नई शुरुआत करने में पहले दिक्कतें तो आती हैं। जीएसटी लागू करने में कुछ परेशानियां आ सकती हैं। लेकिन आगे चलकर नए टैक्स सिस्टम से टैक्स रेट और कीमतें कम होंगी। GST के लिए 'वॉर रूम' तैयार, आज पार्लियामेंट में मेगा रिहर्सल GST इम्पैक्ट: 1 जुलाई से सस्ती हो जाएगी रॉयल एनफील्ड की 350 cc बाइक्स कपड़ो पर GST लगाए जाने के खिलाफ हरियाणा में तीन दिवसीय हड़ताल