नई दिल्ली : लगातार दो ओलम्पिक खेलों में भारत को पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद की एक तरफ तो वाह-वाही हो रही है लेकिन वही इस बीच एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। शटलर सायना नेहवाल के बाद पी. कश्यप ने भी नेशनल कोच पुलेला गोपीचंद की अकैडमी छोड़ दी है। ओलंपिक बैडमिंटन सिल्वर मेडलिस्ट पी.वी. सिंधु की जीत में सबसे अहम भूमिका गोपीचंद की ही मानी जा रही है। लेकिन 29 वर्षीय पुरुष खिलाड़ी कश्यप के इस फैसले के पीछे गोपीचंद की सिंधु और किदाम्बी श्रीकांत के प्रति अधिक व्यस्तता को माना जा रहा है। कश्यप घुटने की चोट से उबरने के बाद अगले महीने से शुरू होने जा रहे इंडोनेशियन मास्टर्स ग्रां प्री टूर्नामेंट से वापसी करने जा रहे हैं। मीडिया खबरों क्र अनुसार कश्यप ने नए कोच के साथ ट्रेनिंग का फैसला किया है और इसलिए गोपीचंद अकैडमी छोड़ने का फैसला लिया है। सिंधु ने विदेशी कोच के ऑफर को ठुकराया, कहा गोपीचंद सबसे बेस्ट यह भारतीय खिलाड़ी अब कोच टॉम जॉन की टॉम बैडमिंटन अकैडमी के साथ ट्रेनिंग करेंगे। कश्यप ने बताया कि उन्होंने अपने इस फैसले के बारे में गोपीचंद को बता दिया और कोच इस फैसले का सम्मान करते हैं। बैडमिंटन खिलाड़ी ने साथ ही कहा कि वह रियो ओलंपिक में चोट के कारण नहीं खेल सके जिससे वह काफी परेशान हैं। सिंधू और गोपीचंद का हैदराबाद स्टेडियम में हुआ जोरदार स्वागत