यह बड़े खेद का विषय है कि तेजस एक्सप्रेस को शुरू करने में रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने जिस तरह से प्रयास किये थे उसको देखते हुए तेजस का पहला सफर नुकसानदायक साबित होगा इसकी कल्पना तो उन्होंने भी नहीं की होगी कि कतिपय यात्री इस ट्रेन में से हाई क्वालिटी के 12 हेड फोन चुरा ले जाएंगे और एलईडी स्क्रीन पर भी स्क्रैच के निशान भी छोड़ जाएंगे. उल्लेखनीय है कि सोमवार को रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने मुंबई से गोवा के बीच हाई स्पीड तेजस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था . मंगलवार को ट्रेन जब वापस लौटी तो देखा कि यात्रियों ने इसे काफी नुकसान पहुंचाया है. इससे हाई क्वालिटी के 12 हेड फोन गायब थे . यही नहीं कुछ एलईडी स्क्रीन पर भी स्क्रैच के निशान पाए गए. जाहिर है कीमती हेड फोन यात्री चुरा ले गए.इससे रेलवे को तो नुकसान हुआ ही भारतीय सोच भी प्रकट हो गई. बता दें कि तेजस से दूसरे दिन सफर कर रहे एक यात्री ने शिकायत की कि यह सही तरीके से साफ भी नहीं थी. टॉयलेट भी गंदा था. वहां मौजूद अटेंडेंट को ठीक से हर चीज की जानकारी नहीं थी.इसके कारण यात्री परेशान रहे. रेल में से सामान चोरी की घटना को देखते हुए अब रेलवे अधिकारी विचार कर रहे हैं कि यात्रियों से ट्रेन को नुकसान नहीं पहुंचाने की अपील की जाएगी. स्मरण रहे कि 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने में सक्षम इस ट्रेन में कई नए तरह के फीचर हैं. इसमें ऑटोमेटिक दरवाजे, हर सीट पर 9 इंच की एलईडी स्क्रीन, चाय-कॉफी की वेंडिंग मशीन, वैक्यूम बायो टॉयलेट, टॉयलेट में टच फ्री वाटर टैप की सुविधाएं उपलब्ध हैं. यह भी देखें मुंबई से गोवा के लिए पहली बार दौड़ी Tejas Express 22 मई को शुरू होने वाली तेजस में होगा विमान का अनुभव