नोएडा से पतंजलि प्लांट के शिफ्ट होने की असली वजह

बाबा रामदेव की कंपनी का नया प्लांट जो 1666.80 करोड़ रुपये की लागत से 455 एकड़ में यूपी के नोएडा में लगने वाला था अब नहीं लग रहा है. इस खबर ने यूपी में भूचाल ला दिया है. पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क के लिए जमीन आवंटन यूपी सरकार द्वारा रद्द कर दिया गया मगर सीएम योगी आदित्यनाथ इसके तुरंत बाद बाबा रामदेव से संपर्क किया है. पतंजलि के एमडी आचार्य बालकृष्ण ने ट्वीट कर फूड पार्क को शिफ्ट करने की बात कहते हुए यूपी में भूचाल ला दिया था अब सरकार इसे पुनः नॉएडा में लगाए जाने की कवायद में जुट गई है. फूड पार्क से 8000 से अधिक लोगों को रोजगार और लगभग 80 हजार लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिल सकता है.  यूपी में अखिलेश यादव ने मुख्‍यमंत्री रहते हुए इस फूड पार्क की आधारशिला रखी थी. 

विवाद की मूल वजह के बारे में पतंजलि ग्रुप के प्रवक्ता एस के तिजारावाला ने कहा , 'नोएडा में बनने वाले पतंजलि फूड पार्क की जमीन के टाइटल सूट के लिए केंद्र सरकार की ओर से दो बार नोटिस भेजा गया था. लेकिन योगी सरकार की ओर से पतंजलि को टाइटल सूट नहीं सौंपा गया. इस वजह से ये दिक्‍कत आई है. यही नहीं इस वजह से दो और फूड पार्क को लेकर भी दिक्‍कत हो सकती है.'

पतंजलि ग्रुप के एमडी आचार्य बालकृष्‍ण ने यूपी सरकार पर काम न करने का आरोप लगाया. उनका कहना था, 'यूपी सरकार के जो भी नुमाइंदे हैं उन्‍होंने काम नहीं किया तो हम फूड पार्क शिफ्ट कर रहे हैं. उन्‍होंने कार्य नहीं किया ये सच बात है. आप हमारी फाइलों के बारे में पता करें. पता करेंगे तो पता चलेगा कि सरकार काम नहीं कर रही सिर्फ धींगा-मस्ती हो रही है.' पुरे मामले पर बाबा रामदेव का कहना है कि 'केंद्र सरकार के मंत्रालय फूड प्रोसेसिंग मिनिस्ट्री ने अनुमति दी थी और कहा था कि जल्द से जल्द यहां पर मेगा फूड पार्क बना लें. लेकिन योगी सरकार ने इसके प्रति उदासीन रवैया दिखाया और उसको निरस्त कर दिया.'

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