गांधीनगर। गुजरात में विधानसभा चुनाव को लेकर विभिन्न राजनीतिक दल अपने - अपने प्रचार में लगे हैं। इसी बीच कांग्रेस राज्य में विभिन्न वर्गों के नेताओं को अपने साथ मिला रही है। इससे कांग्रेस का जनाधार मजबूत होता नज़र आ रहा है। जहां उसने अल्पेश ठाकोर को साथ में लेकर दलित वोटबैंक मजबूत किया है वहीं अब वह पाटीदार वोट बैंक को साध रही है। कांग्रेस ने इस मामले में घोषणा की है कि पाटीदार अनामत आंदोलन समिति और कांग्रेस के प्रत्याशी राज्य विधानसभा चुनाव में साथ होंगे। पाटीदार समिति के नेता लगभग 10 सीटों पर बतौर प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे। इसके पूर्व पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल और कांग्रेस के नेताओं के बीच चर्चा चलती रही। पाटीदारों की ओर से ललित वासोया एक विधानसभा सीट पर निर्वाचन में प्रत्याशी होंगे। मिली जानकारी के अनुसार यह बात सामने आई है कि उन्होंने टिकट की मांग की थी। पाटीदार नेता अहमदाबाद, उत्तरी गुजरात, सौराष्ट्र आदि क्षेत्र से चुनाव लड़ सकते हैं। दरअसल यहां पर पाटीदारों का बाहुल्य अधिक है। ऐसे में कांग्रेस के लिए जीतने की संभावना अधिक है। कांग्रेस का मानना है कि निर्वाचन को पाटीदार मतदाता प्रभावित कर सकते हैं। पाटीदारों की राज्य में बड़ी तादाद है। दूसरी ओर कांग्रेस और पाटीदार नेताओं के बीच आरक्षण नीति को लेकर चर्चा हो चुकी है। हार्दिक पटेल ने कांग्रेस के नेताओं से आरक्षण नीति को स्पष्ट करने के लिए कहा था। अब देखना यह है कि, राज्य में 9 दिसंबर और 14 दिसंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के मतदान के बाद, 18 दिसंबर को मतगणना में किसका पलड़ा भारी रहता है। गुजरात में हार्दिक की जनसभा को नहीं मिली मंजूरी हार्दिक को एक और झटका देने की तैयारी में बीजेपी बीजेपी की दूसरी सूची में 36 उम्मीदवार गुजरात में वोट डालेगी विश्व की सबसे उम्रदराज महिला पाटीदार समिति और कांग्रेस की बातचीत में पड़ी दरार