भाजपा मंत्रियों के करीबी नेता के यहां मिली शराब की बोतलें, छापा पड़ते ही फरार हुआ अपराधी

पटना: बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर विपक्ष तथा JDU के सहयोगी दल प्रदेश सरकार पर हमलावर है। वो प्रदेश में कानून वापसी की मांग कर रहा है, जबकि सरकार का दावा है कि कानून से अपराध में कमी आई है तथा वो इसे किसी कीमत पर वापस नहीं लेगी। इस बीच, बृहस्पतिवार प्रातः पटना पुलिस ने बीजेपी के एक नेता के एजेंसी परिसर से भारत में बनी विदेशी शराब की 17 बोतलें बरामद की हैं।

दरअसल, भारतीय जानता पार्टी नेता नीलेश मुखिया दीघा क्षेत्र में एक शीतल पेय एजेंसी के मालिक हैं। पटना पुलिस तथा आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने शीतल पेय एजेंसी पर छापा मारकर आधा दर्जन कर्मियों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने कहा कि मुखिया मौके से भागने में कामयाब रहा। मामले में एक जांच अफसर आर.के. वर्मा ने कहा, 'हमने खास तहरीर प्राप्त होने के पश्चात् छापेमारी की है। छापे के वक़्त उपस्थित नीलेश मुखिया के दफ्तर केबिन से शराब की बोतलें प्राप्त हुई। जब हमने केबिन में तलाशी आरम्भ की, तो वह परिसर से फरार होने में कामयाब रहा। हमने छापेमारी की वीडियोग्राफी की है।'

साथ ही पुलिस अफसर ने कहा, 'दीघा पुलिस स्टेशन में शराब निषेध अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। बीजेपी नेता की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।' बता दे कि नीलेश मुखिया एक प्रभावशाली व्यक्ति हैं, जिनके कई बीजेपी मंत्रियों के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। उन्होंने 2020 में डिप्टी मेयर का चुनाव लड़ा तथा उनकी बीवी पटना के दीघा क्षेत्र की वार्ड पार्षद हैं।

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