नई दिल्ली: कांग्रेस की तरफ से रविवार (29 मई 2022) को राज्यसभा के लिए 10 प्रत्याशियों की सूची आने के बाद कई कांग्रेसी नेता अपनी पार्टी आलाकमान से खफा नज़र आ रहे हैं। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने तो रात के 11 बजे ट्वीट करते हुए अपनी पीड़ा व्यक्त की है। वहीं नगमा मोरारजी ने भी बताया कि 18 वर्ष हो गए उन्हें राज्यसभा टिकट की उम्मीद लगाए, लेकिन आज तक टिकट नहीं मिला। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने अपने ट्वीट में केवल इतनी ही बात लिखी कि, 'शायद मेरी तपस्या में कुछ कमी रह गई।' इस ट्वीट में तपस्या से उनका मतलब राज्यसभा सीट के लिए की गई मेहनत से हैं। वामपंथी पत्रकार और पवन खेड़ा को कांग्रेस का सबसे बढ़िया प्रवक्ता बताने वाली रोहिणी सिंह भी इस लिस्ट को देख कांग्रेस से खफा नज़र आईं। उन्होंने सूची शेयर करते हुए कहा कि पवन खेड़ा पर प्रमोद तिवारी को प्राथमिकता दी गई। इससे पता चलता है कि कांग्रेस के साथ हुआ क्या है। वहीं, अभिनेत्री व कांग्रेस की महिला नेता नगमा मोरारजी ने भी पवन खेड़ा के ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि, 'हमारी भी तपस्या 18 साल से कम पड़ गई इमरान भाई के आगे।' इसके बाद नगमा ने आज सुबह ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'सोनिया जी, हमारी कांग्रेस अध्यक्ष ने 2003 के अप्रैल में मुझे पर्सनली राज्यसभा दिलाने की बात कही थी। जब मैंने उनके कारण कांग्रेस ज्वाइन की उस वक़्त हम सत्ता में भी नहीं थे। मगर, उसके 18 साल बाद से आज तक उन्हें मुझे राज्यसभा भेजने का अवसर नहीं मिला। इमरान प्रतापगढ़ी को राज्यसभा सीट मिली है। मैं पूछती हूँ क्या मैं कम काबिल थी।' बता दें कि कांग्रेस की तरफ से रविवार को जारी की गई सूची में जो 10 नाम हैं, उनमें हरियाणा से अजय माकन, कर्नाटक से जयराम रमेश, मध्य प्रदेश से विवेक तन्खा, छत्तीसगढ़ से राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन, महाराष्ट्र से इमरान प्रतापगढ़ी ,राजस्थान से रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक, प्रमोद तिवारी और तमिलनाडु से पी चिदंबरम को टिकट दिया गया है। इस सूची को देखने के बाद कई कांग्रेस नेताओं में खासी नाराजगी है। 'केजरीवाल और भगवंत मान की घटिया राजनीति की भेंट चढ़े सिद्धू मूसेवाला..' क्यों हटाई गई सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा ? हत्या को लेकर पंजाब सरकार पर हमलावर हुईं भाजपा और कांग्रेस मायावती का बड़ा ऐलान, रामपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव नहीं लड़ेगी BSP