दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद बीजेपी के महासचिव राम माधव ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी आतंकियों पर किसी भी तरह का कोई 'रहम' नहीं दिखाएगी. बीजेपी के जम्मू-कश्मीर के प्रभारी राम माधव ने अपनी पार्टी की कश्मीर को लेकर नीति के बारे में कहा, 'जम्मू और कश्मीर में आतंकियों पर कोई रहम नहीं होगा.' 'राम माधव ने कहा कि पीडीपी ने 'घरेलू राजनीतिक मजबूरियों' के सामने घुटने टेक दिए और 'अपने वादों पर खरे उतरने में नाकाम' रही. बीजेपी महासचिव ने रमजान में किए गए एकतरफा सीजफायर को आगे बढ़ाने की पीडीपी की मांग को भी गठबंधन टूटने के कारणों में से एक बताया. उन्हने कहा कि बीजेपी अलगाववादी संगठन हुर्रियत समेत सभी हितधारकों से बातचीत के लिए तैयार है. राम माधव का ये बयान तब आया है जब महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, 'हमने हमेशा कहा है कि जम्मू और कश्मीर में मस्कुलर सिक्यॉरिटी पॉलिसी काम नहीं करेगी, सुलह ही मुख्य रास्ता है.' अब्दुल्ला भी केंद्र की आक्रामक रणनीति की आहट पर चिंता जता चुके हैं. एक ट्वीट के जवाब में अब्दुल्ला ने घाटी में पिछले एक साल में हिंसा में बढ़ोतरी का ठीकरा पीडीपी-बीजेपी की गठबंधन वाली 'मस्कुलर सरकार' पर फोड़ा था. उन्होंने लिखा था, 'सरकार की नीतियों की नाकामी पीडीपी और बीजेपी की संयुक्त नाकामी है। दोनों में से कोई भी खुद को इस आरोप से मुक्त नहीं कर सकता.' राष्ट्रपति शासन के पहले दिन आतंकी हमला पीडीपी से समर्थन वापस लेने का फैसला चुनावी नहीं - शाह पत्थरबाजों की माफी मामले में नहीं होगा पुनर्विचार