प्लास्टिक बैग में सैनिकों के शव देख गुस्साए लोग

अरूणाचल प्रदेश। देश के लिए अपनी जान हथेली पर रख सीमाओं पर तैनात रहने वाले और शांतिकाल में आपातकालीन परिस्थितियों में फंसे लोगों को राहत पहुंचाने के कामों में लगे सैनिकों के शवों को बुरी हालत में गुवाहाटी लाए जाने का मामला सामने आया है। इस मामले ने सोशल मीडिया में तूल पकड़ लिया। जब सोशल मीडिया में इन बातों को लेकर जानकारी सामने आई तो, लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।

लोगों ने इस घटना को लेकर कमेंट्स किए। हालांकि कथित तौर पर, सेना ने अपनी ओर से कहा है कि, तवांग जैसे दुर्गम क्षेत्र से इन सैनिकों के शवों को लाना बेहद मुश्किल था। सीमित संसाधनों के साथ सैनिकों के शवों को गुवाहाटी लाना था। यह बेहद मुश्किल था।

गौरतलब है कि, करीब दो दिन पूर्व तावंग में वायुसेना का हेलिकाॅप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। तवांग का यह क्षेत्र चीन सीमा के काफी करीब है। एमआई 17 हेलिकाॅप्टर की इस दुर्घटना में वायुसेना के 5 जवान और थल सेना के 2 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद जानकारी सामने आई कि, हादसे में प्रभावितों के शवों को गत्तों व प्लास्टिक बैग में लपेटकर लाया गया।

हालांकि शवों के गुवाहाटी पहुंचाए जाने के बाद, वहां सैन्य चिकित्सालय में सभी औपचारिकताऐं पूरी की गईं। बाद में इन शवों को सैन्य सम्मान के साथ लकड़ी के ताबूत में रखवा दिया गया। सेना ने कथित तौर पर, इस मामले में कहा कि, करीब 13 हजार फीट की हाईट से शवों को लाना आसान नहीं था। शवों को रखने के साधन नहीं थे और यहां सड़क भी नहीं थी। शवों का हेलिकाप्टर से परिवहन भी बेहद मुश्किल था। ऐसे में जिस तरह से संसाधन मिले, वैसे ही शवों को लाया गया।

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