लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के बीच कर्नाटक सरकार ने महाराष्ट्र से आने वाले लोगों के लिए संगरोध आवश्यकताओं को समाप्त कर दिया है. हालांकि, आइसोलेश्न की अवधी को बढ़ा दिया है. स्वास्थ्य आयुक्त पंकज कुमार पांडे ने ट्वीट करते हुए कहा कि तीन सप्ताह तक अलगाव का समय बढ़ाते हुए महाराष्ट्र से आए लोगों को सात दिनों के लिए संस्थागत संगरोध को भेजा जाएगा. इसके बाद, 14 दिनों के सख्त होम संगरोध, कुल 21 दिनों का रहेगा. आखिर क्यों नेपाल की सीमा पर हुआ जबरदस्त प्रदर्शन ? इसके अलावा 21-दिवसीय संगरोध महाराष्ट्र से लौटने वाले उन लोगों के लिए है जिनमें कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई नहीं देते.दरअसल, कर्नाटक में कोरोना वायरस के अधिकतर मामलों को देखते हुए घरेलू यात्रा इतिहास रहा है. यदि कोई भी विषम लोग अलगाव के दौरान लक्षण विकसित करते हैं, तो उन्हें कोविद परीक्षण के अधीन किया जाएगा. कोरोना ने देश को दिया बड़ा झटका, वायरस से हुई 6 हजार से अधिक मौतें आपकी जानकारी के लिए बता दे कि महाराष्ट्र के कुछ बिना लक्षण वाले व्यक्तियों को तीन सप्ताह के कुनबे से कुछ अपवाद प्रदान किए गए हैं और विशेष श्रेणी के यात्रियों के रूप में नामित किया गया है. विशेष श्रेणी के यात्रियों में वे लोग शामिल हैं, जिन्हें परिवार में मृत्यु का सामना करना पड़ा, गर्भवती महिलाएं, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे, बुजुर्ग लोग, गंभीर बीमारी और मानव संकट से पीड़ित व्यक्ति. विशेष रूप से, विभाग ने महाराष्ट्र के व्यापार यात्रियों के लिए कुछ प्रावधान भी किए हैं.जानकारी के लिए बता दें कि देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 2 लाख के पार पहुंच गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, देश में इस वक्त कोरोना वायरस के 106737 एक्टिव केस हैं. कुल मामलों में से अब तक 104106 संक्रमित लोग ठीक हो चुके हैं. वहीं, कोरोना के कारण अब तक 6075 संक्रमित लोगों की मौत हो गई है. दिल्ली में विस्फोटक हुआ कोरोना, 24 घंटे में संक्रमण ने तोड़ दिए सारे रिकार्ड अब ऐसे होंगे भगवान महाकाल के दर्शन, लागू की जाएंगी नई व्यवस्था