पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार गृह जनपद में एक प्रतिमा अनावरण के लिए पहुंचे तो उनके सामने लोगों ने खूब हंगामा किया। डीएसपी की गाड़ी रोककर लोगों ने सीएम को बताया कि कैसे एक युवक के क़त्ल को पुलिसिया कार्यशैली में खुदखुशी साबित करने की कोशिश की जा रही है। शनिवार को सीएम रामभवन में स्व. रामनंदन प्रसाद सिंह उर्फ रामबाबू की प्रतिमा के अनावरण के लिए एकंगरसराय पहुंचे थे। रामबाबू के पौत्र और प्रदेश के महाधिवक्ता ललित किशोर के साथ वहां जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह भी वहां उपस्थित थे। यहां सीएम के सामने लोगों ने जमकर हंगामा आरम्भ कर दिया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने एक हत्या मामले में पुलिस की कार्यशैली पर इल्जाम लगाते हुए तख्तियों के साथ खूब प्रदर्शन किया। लोगों ने मामले में कार्रवाई की मांग की। हंगामा की वजह से समारोह स्थल पर अफरातफरी रही। वही एक महीने पहले अभिचरण पासवान के 25 वर्षीय पुत्र निर्मल कुमार भारती उर्फ़ जिल्ला का क़त्ल कर शव को गांव में ही वृक्ष से लटका दिया गया था। घरवालों ने आरोप लगाया है कि हत्या को खुदखुशी का रूप देकर मामले को रफा-दफा कर दिया गया है। इसी बात को लेकर घरवालों ने कार्यक्रम में हंगामा किया, जिससे सीएम नीतीश कुमार के काफिले को निकालने में परेशानियों का सामना करना पड़ा। 'मुझे पीएम मोदी पर पूरा भरोसा..', बाइडेन के बाद अब फ्रांस के राष्ट्रपति ने की तारीफ 'बिहार में शराब भगवान की तरह', शराबबंदी पर आया RJD नेता का बड़ा बयान शीतकालीन सत्र: संसद में EWS आरक्षण पर केंद्र को घेरेगी कांग्रेस, बैठक में बनी रणनीति