श्रीनगर: अनुच्छेद 370 को हटाए जाने की ओर इशारा करते हुए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख और पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा कि लोगों ने अपने वोटों से यह जता दिया है कि 2019 में केंद्र द्वारा लिया गया फैसला उन्हें स्वीकार्य नहीं है। बता दें कि, सोमवार को लोकसभा चुनाव में श्रीनगर में 38 प्रतिशत मतदान हुआ, जो कई दशकों में सबसे अधिक था। इसको लेकर मुफ़्ती ने कहा कि, "लोग 2019 के फैसले के बाद घुटन महसूस कर रहे हैं। लोगों ने वोट करके इसे व्यक्त किया है और दिल्ली को बताया है कि 2019 में आपने जो निर्णय लिया, वह जम्मू-कश्मीर के लोगों को बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। पुलवामा में वोटिंग की गति कम हुई, इसके बावजूद मुझे उम्मीद है कि हमारा उम्मीदवार सफल होगा. मुफ्ती ने कहा, हमारे कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। इस बीच, अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद घाटी में पहले आम चुनाव में, श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र में 2,135 मतदान केंद्रों पर सोमवार को मतदान हुआ, जिसमें श्रीनगर, गांदरबल, पुलवामा, बडगाम और शोपियां जिलों के विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। 2024 के लोकसभा चुनावों में श्रीनगर में 38 प्रतिशत मतदान हुआ, जो कई दशकों में सबसे अधिक है। 2019 के आम चुनाव में 12 की तुलना में 24 उम्मीदवार मैदान में हैं। श्रीनगर में 2019 में 14.43 फीसदी, 2014 में 25.86 फीसदी, 2009 में 25.55 फीसदी, 2004 में 18.57 फीसदी, 1999 में 11.93 फीसदी, 1998 में 30.06 फीसदी और 1996 में 40.94 फीसदी मतदान हुआ था। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 38 प्रतिशत के "उत्साहजनक मतदान" के लिए श्रीनगर संसदीय क्षेत्र के लोगों की सराहना की, जो 2019 के लोकसभा चुनावों में 14.43 प्रतिशत मतदान के दोगुने से भी अधिक है। बता दें कि, 2019 में लोकसभा के लिए जम्मू-कश्मीर की छह सीटों पर मतदान हुआ था। लाड़ली बहनों को मिलेंगे 3000 रुपए प्रति माह ! पूर्व सीएम शिवराज ने किया बड़ा ऐलान पीएम मोदी ने की माँ गंगा की आरती, अभिजीत मुहूर्त में दाखिल करेंगे नामांकन, पहले कालभैरव की पूजा 101 साल की फ़्रांसिसी महिला, 50 वर्षों से सीखा रहीं योग, राष्ट्रपति मुर्मू ने 'पद्मश्री' से किया सम्मानित