वाशिंगटन: संयुक्त राष्ट्र (UN) ने धार्मिक आजादी का उल्लंघन करने वाले 12 देशों की एक सूची जारी की है। इस सूची में बेहद गंभीर उल्लंघन करने वाले मुल्कों में रूस, पाकिस्तान, ईरान और चीन का नाम शामिल है। मामले की जानकारी देते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने शुक्रवार (2 दिसंबर) को चीन, ईरान और रूस को गंभीर उल्लंघनों पर धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत विशेष चिंता वाले देशों के तौर पर नामित किया है। रूस की खूंखार प्राइवेट आर्मी वैग्नर ग्रुप को भी प्रतिबंधित किया है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने जानकारी देते हुए है कि धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत विशेष चिंता वाले देशों में चीन, ईरान और रूस के साथ ही उत्तरी कोरिया और म्यांमार भी शामिल हैं। जबकि, अल्जीरिया, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, कोमोरोस और वियतनाम को निगरानी की फेहरिस्त में रखा गया है। विशेष चिंता वाले मुल्कों के तौर पर क्यूबा, इरिट्रिया, निकारागुआ, पाकिस्तान, सऊदी अरब, ताजिकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान का नाम शामिल है। बता दें कि, अमेरिका ने रूस पर एक और कार्रवाई करते हुए रूस की खूंखार प्राइवेट आर्मी वैग्नर ग्रुप को प्रतिबंधित कर कर दिया है। ब्लिंकन ने कहा कि यह ग्रुप यूक्रेन में आम लोगों पर बेतहाशा अत्याचार करने का अपराधी है। वैग्नर ग्रुप मध्य अफ्रीकी गणराज्य और सीरिया में भी सक्रीय है। इसी आर्मी के माध्यम से रूस इन देशों में भी अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दे रहा है। यही नहीं, ब्लिंकन ने अपने बयान में यह भी कहा है कि ईरान में हिजाब के खिलाफ लामबंद हुए लोगों को रोकने के लिए सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई निंदनीय है। उन्होंने कहा है कि प्रदर्शनकारियों पर क्रूर कार्रवाई को लेकर वाशिंगटन ने ईरान पर दबाव डाला है। 1979 की क्रांति के बाद से इस्लामिक गणराज्य ईरान में यह सबसे साहसिक प्रदर्शन है। बता दें कि ईरान में हिंसक प्रदर्शनों में अब तक 300 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। जबकि, 14 हजार से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गैर-मुस्लिमों को इस्लाम में बुलाओ, न माने तो बिना दया के मार डालो- क़तर यूनिवर्सिटी के 'प्रोफेसर' यहाँ लगने जा रहा है 'सेक्स' पर बैन, उल्लंघन करने वालों को होगी जेल क्या ख़त्म होगा रूस-यूक्रेन का महायुद्ध ? बातचीत को राजी हुए पुतिन