देहरादून: उत्तरकाशी जनपद में नाबालिग छात्रा को भगाकर ले जाने का षड्यंत्र रचने का मामला सामने आते ही हंगामा मच गया है। जिले के पुरोला बाजार में नाराज स्थानीय दुकानदारों ने समुदाय विशेष के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है। इस आक्रोश के चलते 42 बाहरी दुकानदार रातो-रात पुरोला शहर को छोड़कर फरार हो गए। दरअसल, नगर पंचायत पुरोला में पिछले दिनों समुदाय विशेष के 2 युवक एक स्थानीय दुकानदार की नाबालिग बेटी को भगाने का षड्यंत्र रचते पकड़े गए थे। हालांकि, कुछ स्थानीय लड़कों ने नाबालिग को भागने से बचा लिया था। मगर इसके बाद उत्तरकाशी सहित आसपास के लोगों का आक्रोश फूट पड़ा तथा देखते ही देखते बाहरी समुदाय विशेष के लोगों के खिलाफ पुरोला में प्रदर्शन आरम्भ हो गया। वही विरोध में दुकानदारों ने अपनी दुकानें रखीं तथा होटल भी बंद कर दिए। पुरोला समेत आसपास से आकर जमा हुए युवा और महिलाओं सहित कई संगठनों ने पुलिस प्रशासन को जगाने के लिए जमकर नारेबाजी की। व्यावसायिक संस्थान, दुकानें एवं होटल चलाने वाले लोगों के आक्रोश को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया। प्रदर्शनकारी अपने विरोध प्रदर्शन को जुलूस की शक्ल में नगर के सड़क चौराहों से लेकर प्रशासन के समीप पहुंचे। जहां उन्होंने SDM देवानंद शर्मा के जरिए राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में विशेष समुदाय के अपराधी किस्म के व्यक्तियों की पुरोला नगर स्थित दुकानों को तत्काल हटाने की मांग की गई। इस के चलते आक्रोशित भीड़ ने उनकी दुकानों में लगे बोर्ड भी हटा दिए। गंगा दशहरा पर संतों की निकली पेशवाई, शाम को होंगे रंगारंग कार्यक्रम और आतिशबाजी 'अब भी जिसका खून न खौले, वो जीते जी मर चुका..', साक्षी की निर्मम हत्या पर फूटा बागेश्वर बाबा का गुस्सा शराब घोटाला: मनीष सिसोदिया को जमानत देने से दिल्ली हाई कोर्ट का इंकार, जज ने की बेहद अहम टिप्पणी