इंदौर : लॉकडाउन के चलते लोगों को शराब नहीं मिल रही थी. लेकिन जैसे ही शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति मिली तो दुकानों पर भीड़ उमड़ पड़ी. वहीं, इंदौर के करीबी जिलों में शराब दुकानें खुलते ही तस्करी भी बड़े पैमाने पर शुरू हो गई है. जिलाबदर और जेल से छूटे बदमाश ठेकेदारों से मिलकर शराब सप्लाई कर रहे हैं. कई तस्कर सवारियां लेकर आ रहे ट्रक, कंटेनर और एंबुलेंस में शराब मंगवा रहे हैं. हालांकि, आइजी ने सीमाओं पर चौकसी बढ़ाने और खरीदारों को भी आरोपित बनाने के निर्देश दे दिए हैं. रेड जोन होने के वजह से शहर की एक भी शराब दुकानें नहीं खुली हैं, जबकि नजदीकी जिले देवास व धार में कुछ दिनों पहले ही दुकानें खुल गईं. शराब के शौकीन काम के बहाने धार व देवास पहुंच गए और पीने के साथ एक-दो बोतलें ले आए. सूचना पर पुलिस ने नाकाबंदी बढ़ाई तो तस्कर सक्रिय हो गए. इसमें ज्यादातर ठेकेदारों से जुड़े व्यक्ति शामिल हैं. आरोपितों ने ठेकेदारों से मिलकर तस्करी का नया तरीका ढूंढा और उन ट्रकों व कंटेनरों का इस्तेमाल शुरू किया जिनमें प्रवासी मजदूरों को लाया जा रहा है. बता दें की कुछ तस्कर एंबुलेंस से भी शराब मंगवा रहे हैं. आइजी विवेक शर्मा ने बाहरी क्षेत्र में चौकसी बढ़ाने व सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दे दिए हैं. आइजी ने जिले के सभी अफसरों से कहा है कि तस्करों के साथ उन लोगों को भी आरोपित बनाया जाए जो ऑर्डर देकर शराब मंगवा रहे हैं. ये भी बताया जाता है कि शराब की खरीद में ज्यादातर जिलाबदर बदमाश और कोरोना के कारण जेल से पैरोल पर छूटे बदमाश लिप्त हैं जिनकी संबंधित थाने को जानकारी है. उज्जैन में एक दिन में सर्वाधिक मामले आए सामने, 420 हुई कोरोना मरीजों की संख्या विशाखापत्तनम गैस रिसाव को लेकर सोशल मीडिया पर की थी पोस्ट, CID ने किया मामला दर्ज जबलपुर में संक्रमितों का आंकड़ा 186 पहुंचा, 107 मरीज स्वस्थ हुए