पटना: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर एवं कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 5 दिनों तक बिहार दौरे पर रहे थे। 13 मई से 17 मई के मध्य शास्त्री पटना के जिस होटल पनाश में रुके थे, उसके बाहर श्रद्धालुओं का जनसैलाब देखने को मिला था। मगर अब जब वह अपने बागेश्वर धाम के लिए लौट गए हैं, उसके बाद भी बाबा के भक्त होटल पनाश पहुंच रहे हैं। दरअसल, पटना के होटल पनाश में बाबा बागेश्वर जिस कमरे में रुके थे, उस कमरे को भक्त देखना चाहते हैं। इसके लिए होटल प्रबंधन को निरंतर भक्तों की ओर से आग्रह आ रहे हैं। बाबा के भक्त बस उस कमरे की एक झलक देखना चाहते हैं जिसमें बागेश्वर सरकार 5 दिनों तक ठहरे थे। बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री का जब बिहार दौरा तय हुआ तो आयोजकों ने उनके ठहरने की व्यवस्था पटना के होटल पनाश में की थी। पटना का यह होटल गांधी मैदान के समीप स्थित है तथा इसी होटल के प्रेसिडेंशियल सुइट को बागेश्वर सरकार के लिए बुक किया गया था। 13 मई की प्रातः बागेश्वर सरकार जब पटना पहुंचे तो हवाईअड्डे से सीधे होटल के इसी कमरे में आए थे तथा 17 मई को हनुमंत कथा के अंतिम दिन जब तरेत पाली मठ के लिए रवाना हुए, तब इसी होटल से निकलते समय भक्तों का जनसैलाब देखने को मिला था। बागेश्वर सरकार जब तक होटल में रहे, तब तक यहां न सिर्फ सुरक्षा के कड़ी व्यवस्था देखने को मिली, बल्कि दिन-रात हर समय भक्तों की भारी भीड़ होटल के बाहर उपस्थित रही। सामान्य लोगों के लिए होटल के भीतर आना जाना असंभव था तथा जिन व्यक्तियों ने अपना कमरा होटल में बुक करा रखा था, उनके लिए भी भीतर–बाहर आना सरल नहीं था। होटल पनाश के प्रेसिडेंशियल सुइट में 5 दिनों तक ठहरने के पश्चात् बागेश्वर सरकार तो वापस लौट गए, मगर अब यह कमरा खास बन चुका है। कई प्रकार के आग्रह होटल प्रबंधन के पास आ रहे हैं जिसमें प्रेसिडेंशियल सुइट के दर्शन के अतिरिक्त उसकी बुकिंग का भी रिक्वेस्ट सम्मिलित है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के ठहरने के लिए आयोजकों ने जब होटल पनाश में बुकिंग का निवेदन किया था, तब इस होटल के मेनेजमेंट को भी अनुमान नहीं था कि पनाश होटल इस प्रकार ख़बरों में आ जाएगा। बाबा बागेश्वर को लेकर होटल पनाश हर जगह खबरों में छाया रहा। मीडिया कवरेज से लेकर भक्तों के बीच होटल पनाश की चर्चा होती रही। हालांकि, होटल मेनेजमेंट को इस के चलते कई प्रकार की चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा। मगर अब जबकि बाबा बागेश्वर वापस जा चुके हैं तो होटल मेनेजमेंट के सामने एक नई चुनौती आ खड़ी हुई है। उनके प्रेसिडेंशियल सुइट की बुकिंग के अतिरिक्त उसके दर्शन के लिए भी रिक्वेस्ट आ रहे हैं। होटल के प्रबंधक अतुल कुमार ने बताया, मेनेजमेंट ने बाबा बागेश्वर के चेक आउट करने के पश्चात् 48 घंटे तक कमरा किसी को बुक नहीं करने का फैसला किया था। मगर अब इस कमरे के दर्शन के लिए रिक्वेस्ट आ रहे हैं। ऐसे भक्तों की लंबी सूची है जो सिर्फ एक बार इस प्रेसिडेंशियल सुइट का इसलिए दर्शन करना चाहते हैं क्योंकि यहां बागेश्वर सरकार ठहरे थे। मां ने अपने ही नवजात बच्चे को झाड़ियों में फेंक दिया, कुत्तों ने नोंचा और फिर... सास के प्यार में पागल हुआ दामाद, अचानक दोनों को रंगे हाथों गांव वालों ने पकड़ा और फिर... हिंसा के बाद मणिपुर में हालात खराब, जरूरी दवाओं की किल्लत, सब्जी-फल के दाम आसमान पर पहुंचे