जेरूसेलम: इज़राइल में न्यायिक प्रणाली में परिवर्तन की पीएम बेंजामिन नेतन्याहू नीत सरकार की योजना का विरोध करने के लिए तेल अवीव में शनिवार (21 जनवरी) रात हजारों लोग सड़कों पर उतर आए. विरोधियों का इल्जाम है कि न्यायिक प्रणाली में परिवर्तन की नेतन्याहू सरकार की योजना ने देश के बुनियादी लोकतांत्रिक सिद्धांतों को खतरे में डाल दिया है. इज़राइली मीडिया ने पुलिस के हवाले से बताया है कि तेल अवीव में करीब एक लाख लोगों ने नेतन्याहू सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. जानकारी के मुताबिक, नेतन्याहू ने विरोध के बाद भी न्यायिक व्यवस्था में बदलाव लाने का संकल्प लिया है. नेतन्याहू की अगुवाई में गठित मौजूदा सरकार को इज़राइल के इतिहास की सबसे ज्यादा रूढ़ीवादी और राष्ट्रवादी सरकार बताया जा रहा है. न्यायिक प्रणाली में परिवर्तन की सरकारी योजना के खिलाफ तेल अवीव में पिछले सप्ताह भी बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए थे. नेतन्याहू ने विरोध के बाद भी न्यायिक प्रणाली में बदलाव की योजना पर आगे बढ़ने की प्रतिबद्धता जाहिर की है. उनकी सरकार का कहना है कि शक्ति असंतुलन ने न्यायाधीशों और सरकारी कानूनी सलाहकारों को कानून निर्माण और शासन प्रणाली में बेहद हावी बना दिया है. तेल अवीव में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने हाथों में तख्तियां और पोस्टर थाम रखे थे, जिन पर लिखा था, हमारे बच्चे तानाशाही के साये में नहीं जिएंगे और इज़राइल, हमारे सामने एक समस्या है. 500 लोगों की बीच सड़क हुई थी हत्या.., जानें क्या है Bloody Sunday का खूनी इतिहास ? 'पीएम मोदी रुकवा सकते हैं रूस-यूक्रेन युद्ध..', अब फ्रांस के पत्रकार ने की भारत की तारीफ 'कश्मीर पाकिस्तान के लिए राष्ट्रीय मुद्दा..', आतंकी अब्दुल रहमान मक्की ने जारी किया Video