नई दिल्ली : तमिलनाडु के किसानों ने राष्‍ट्रीय राजधानी में दूसरे चरण में फिर विरोध-प्रदर्शन शुरू करते हुए रविवार (16 जुलाई) को किसानों ने जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 7, लोक कल्‍याण मार्ग स्थित आवास पर जाने का प्रयास किया तो उन्‍हें हिरासत में लेकर करीब 70 किसानों को संसद मार्ग पुलिस थाने ले जाया गया है. उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु के किसान 40,000 करोड़ रुपयों का सूखा राहत पैकेज, किसान कर्ज माफी और केन्‍द्र द्वारा कॉवेरी मैनेजमेंट बोर्ड के गठन की मांग कर रहे हैं. 18 जुलाई को एक अनिश्चितकालीन प्रदर्शन शुरू करने जा रहे हैं. इस बारे में किसान नेता पी अय्याकन्‍नू ने कहा कि तमिलनाडु के मुख्‍यमंत्री ई पलानीसामी और केंद्रीय मंत्री पी राधाकृष्‍णन द्वारा किए वादे के बाद भी हमारी मांगें पूरी नहीं की गई हैं. इसलिए अब हम और 100 दिनों के लिए प्रदर्शन शुरू करेंगे. स्मरण रहे कि केंद्र सरकार से ऋण माफी की मांग करते हुए तमिलनाडु के किसानों ने इसी वर्ष अपने अनोखे प्रदर्शन मेंअय्याकन्‍नू की अगुआई में इस साल मार्च मे किसानों ने प्रधानमंत्री आवास के बाहर मानव खोपड़‍ियां टांगी थी, कपड़े उतारकर राष्‍ट्रपति आवास के बाहर प्रदर्शन किया था और मूत्र पिया था. तमिलनाडु के किसानों ने 39 दिनों तक दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध-प्रदर्शन किया था. यह भी देखें वीके शशिकला को मिली जेल में कई सुविधाऐं चेन्नई मेट्रो रेल लिमिटेड में नौकरी चाहते है तो जल्द करें अप्लाई