महिलाओं का पीरियड उनके शरीर के आवश्यक क्रियाओं में से एक होता है। 12-13 वर्ष की आयु से आरम्भ होकर ये पूरे 40-45 वर्ष की आयु तक चलता है। ऐसे में जब पीरियड बंद होता है तो महिलाओं के शरीर में बहुत सारे परिवर्तन होने लगते हैं। कई बार महिलाएं इन परिवर्तनों को अनदेखा करती हैं। जिसका परिणाम उन्हें उम्र बढ़ने के बाद देखने को मिलता है। आवश्यक है कि पीरियड बंद होने के वक़्त वो इन 4 कामों को करना आरम्भ कर दें। जिससे कि बढ़ती आयु में बॉडी पर पीरियड्स के बंद होने का प्रभाव ना पड़े। * पीरियड्स बंद होने के वक़्त आपको बार-बार डॉक्टर के पास दौड़ने की जगह स्वयं की बॉडी पर ध्यान देने की जरूरत होती है। जिससे कि आपको अधिक समस्या का सामना ना करना पड़े। * पीरियड्स बंद होने यानी मेनोपॉज के वक़्त महिलाओं को अपने खानपान का खास ध्यान देने की आवश्यकता होती है। अपनी डाइट में हेल्दी चीजों को सम्मिलित करें। जिसमे फाइबर, कैल्शियम जैसे जरूरी मिनरल्स भरपूर हो। हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज, फ्रेश फ्रूट्स को जरूर खाएं। साथ ही प्रयास करें कि अधिक नमकीन या सोडियम से भरपूर चीजें कम खाएं। बैलेंस डाइट पीरियड्स बंद होने के समय होने वाली दिक्कतों को कम करने में सहायता करती हैं। * मेनोपॉज आने वाला है तो अपनी डाइट में कैल्शियम से भरपूर चीजें खाना आरम्भ कर दें। मेनोपॉज के वक्त कैल्शियम बेहद आवश्यक होता है। जिससे कि हड्डियां कमजोर ना हो। इसलिए दूध, दही, अंडा, मछली जैसी चीजों को अवश्य खाएं। * काफी सारी हाउसवाइफ स्वयं के लिए समय नहीं निकाल पातीं। मगर उम्र के इस पड़ाव पर आकर अपनी बॉडी के लिए समय निकालें तथा हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करें। ये आपको पीरियड्स बंद होने के समय बहुत राहत देगी। * योग को बिल्कुल अनदेखा ना करें। मेडिटेशन एवं योग अच्छी हेल्थ की चाबी है। इससे तनाव एवं स्ट्रेस कंट्रोल रहता है एवं ब्रेन पॉवर बरकरार रहता है। एक बार घर पर जरूर बनाएं छत्तीसगढ़ का पारंपरिक पकवान फरा, आसान है रेसिपी पेनकिलर्स खाने वाले जरूर पढ़ लें ये खबर, वरना हो सकता है बड़ा खतरा 12वीं पास युवाओं के लिए यहाँ निकली 2007 पदों पर भर्तियां, जल्द कर लें आवेदन