उज्जैन। प्रदेश की धर्मधानी उज्जैन में आज गंगा दशहरा के पावन पर्व पर पंचदशनाम जूना अखाड़ा के संतो की पेशवाई निकली साथ ही शाही स्नान संपन्न हुआ। गंगा दशहरा के अवसर पर गोधूलि बेला में मोक्षदायिनी मां शिप्रा को 400 मीटर लंबी चुनरी ओड़ा कर महाआरती की जाएगी। आज शाम को ही शिप्रा तीर्थ परिक्रमा का समापन भी होना है। उज्जैन के खाकचौक में विष्णु सागर क्षेत्र में शिवगंगा महायज्ञ का आयोजन भी किया जाएगा। वहीं गंगा दशहरा के अवसर पर विगत 35 वर्षों से रसराज प्रभात नृत्य संस्थान के कलाकारों द्वारा बाबा महाकाल को नृत्यांजलि अर्पित की जाति आ रही है इस वर्ष भी उनके द्वारा भस्म आरती से शयन आरती तक लगातार 18 घंटे तक नृत्य की प्रस्तुति देते हुए नृत्यांजलि अर्पित की जाएगी। पंचदशनाम जूना अखाड़ा द्वारा नीलगंगा घाट पर गंगा दशहरा का भव्य उत्सव मनाया गया। सिंहस्थ की तर्ज पर संतों की पेशवाई निकली और नीलगंगा सरोवर में संतों ने शाही स्नान किया। इसके साथ ही शाम को नीलगंगा को 108 फीट की चुनरी भी ओढ़ाई जाएगी तत्पश्चात महाआरती के साथ रंगारंग आतिशबाजी की जाएगी। बालिकाओं द्वारा गंगा स्तुति की प्रस्तुति भी दी जाएगी। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव के द्वारा सोमवार को दो दिवसीय शिप्रा तीर्थ परिक्रमा यात्रा की शुरुआत हुई थी जिसका समापन भी आज रामघाट पर होगा। दो दिवसीय शिप्रा तीर्थ यात्रा के समापन पर चुनरी अर्पित कर सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ आतिशबाजी की जाएगी। गंधर्वती कुंड पर गंगा माता का पूजन भी किया जाएगा और इसके बाद छप्पन भोग भी अर्पित किया जाएगा। 'जब तक मध्यप्रदेश में दिग्विजय सिंह हैं, भाजपा की सरकार बनती रहेगी..' - कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा बयान 'मध्य प्रदेश में हम 150 सीटें जीतेंगे..', राहुल गांधी के दावे पर क्या बोले शिवराज सिंह ? प्रदेश के कई जिलों में ओलावृष्टि के साथ बारिश की चेतवानी, जारी हुआ ओरेंज अलर्ट