इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पेशावर स्थित आर्मी स्कूल में हुए आतंकी हमले ने पाकिस्तान के साथ-साथ समूचे विश्व को हिलाकर रख दिया था, पाकिस्तान द्वारा ही पाले जा रहे साँपों ने उसी मुल्क के मासूम बच्चों को डस लिया था, इस हमले में लगभग 150 बच्चों की जानें गई थी. हमेशा आतंकवाद और आतंकवादियों के पक्षधर रहे पाकिस्तान ने हमलवार आतंकियों के खिलाफ त्वरित सुनवाई करने के लिए सैन्य अदालतों का गठन किया था. एस्सार स्टील को 42000 करोड़ में खरीदा आर्सेलर मित्तल ने दिसम्बर 2014 में हुए इस हमले के 4 साल बाद आज पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर बाजवा ने कहा है कि पेशावर स्कूल में हमला करने वाले 14 आतंवादियों को सजा-ए-मौत दी गई है. बाजवा ने बताया कि ये आतंकी सेना पर हमला करने, शिक्षा संसथान पर हमला करने और पेशावर में मासूमों की हत्या करने के आरोप में दोषी पाए गए थे. चीन में एक महिला ने किंडरगार्टन के 14 बच्चों को मारे चाक़ू आपको बता दें कि यह हमला तालिबानी आतंकियों द्वारा किया गया था, वही तालिबानी आतंकी जिन्हे पाकिस्तान द्वारा पाल-पोसकर पडोसी देश अफ़ग़ानिस्तान में आतंक मचाने के लिए भेजा जाता है. इन्ही आतंकियों ने सुबह करीब दस बजे दीवारें फांद कर आर्मी स्कूल में प्रवेश किया था और अंदर पहुँचते ही अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी थी, जिसमे लगभग 150 बच्चे मारे गए थे. खबरें और भी:- ये है दुनिया का सबसे मोटा बच्चा, जिसके वजन के बारे में जानकर उड़ जाएंगे होश मृत सागर में आई बाढ़ से 18 लोगों की हुई मौत भारतीय मूल के दो नागरिक ब्रिटेन की सबसे प्रभावशाली एशियाई लोगों की सूची में हुए शामिल