नई दिल्ली: अयोध्या राम जन्मभूमि मामले की सुनवाई में हो रही देरी पर शीर्ष अदालत में एक रिट याचिका दायर हुई है. याचिका में राम जन्मभूमि विवाद से संबंधित लंबित सभी अपीलों की त्वरित और तय समय में सुनवाई किये जाने की मांग की गई है. साथ ही याचिका में यह मांग है कि कोर्ट इसके लिए दिशानिर्देश तय करे कि जिन मामलों में सुनवाई स्थगित होगी या मामला खारिज होगा तो उसके आदेश में कारण भी बताया जाएगा. शेयर बाजार : बाजार में लगातार दूसरे दिन गिरावट, निफ्टी 56 और सेंसेक्स 275 अंक टूटा यह याचिका वकील हरिनाथ राम द्वारा दाखिल की गई है. याचिका को डायरी नंबर मिल चुका है, लेकिन अभी विधिवत केस नंबर आवंटित नहीं हुआ है. उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने गत 29 अक्टूबर को राम जन्मभूमि मामले में लंबित अपीलों को जनवरी के पहले सप्ताह में सुनवाई करने के लिए आदेश दिया था. उस दिन कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार और भगवान रामलला के वकीलों का जल्दी सुनवाई के आग्रह को ठुकरा दिया था. इसके बाद गत 12 नवंबर को अखिल भारत हिन्दू महासभा ने जल्द सुनवाई की अर्जी दाखिल करने का जिक्र करते हुए कोर्ट से जल्द सुनवाई की मांग की थी लेकिन लेकिन कोर्ट ने मांग ठुकराते हुए कहा था कि इस बारे में आदेश जारी किया जा चुका है. यह मांग मौखिक की गई थी और कोर्ट का इन्कार भी मौखिक ही था. अब पेटीएम से भी भर सकेंगे LIC पॉलिसी का प्रीमियम, दोनों कंपनियों में हुआ करार लेकिन अब इस मामले में यह नयी रिट याचिका दाखिल हुई है जिसमें अयोध्या केस की जल्द सुनवाई की मांग की गई है. इसमें कहा गया है कि इस विवाद का लोकतंत्र और भाईचारे पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. केस का जल्द निपटारा ज्यादातर जनसंख्या के लिए लाभकारी होगा. मामले के निपटारे को लेकर लोगों में अनिश्चितता है, ऐसे में हर दिन विरोध प्रदर्शन और साम्प्रदायिक हिंसा का खतरा मंडरा रहा है, जो किसी भी दिन भीषण रूप ले सकता है. खबरें और भी:- SBI का उपभोगताओं को एक और झटका, जल्द ही बंद हो जाएगी यह सर्विस खुशखबरी : लगातार तीसरे दिन घटे सोने चांदी के दाम, आज यह है कीमतें इस हफ्ते चार दिन बंद रहेंगे बैंक, समय से निपटा लें जरुरी काम