इंदौर। कुछ दिनों पहले भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था, जिसमे वह बोलते नज़र आ रहे है कि, जब कभी भी सड़क पर निकलो तो युवा झूमते हुए नज़र आते है, कसम से ऐसा मन करता है की 2-4 तप्पड़ लगाओ ताकि सारा नशा उतर जाए। लड़किया भी इतने गंदे कपड़े पहनती है बिलकुल शूर्पणखा लगती है। कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान पर इंदौर शहर की महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने अन्य महिला कार्यकर्ताओ के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन किया था। राजबाड़ा चौक पर नारेबाजी करते हुए विजयवर्गीय का पुतला भी जलाया था। इस घटना के बाद पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों पर केस दर्ज कर लिया था। इस पुरे मामले को लेकर कांग्रेस महिला अध्यक्ष ने कैलाश विजयवर्गीय को नोटिस भी भेजा था। भेजे गए नोटिस में विजयवर्गीय से मांग की गई थी कि 3 दिन के अंदर अपने बयान पर सार्वजनिक तौर पर माफ़ी मांगे। नोटिस में यह भी था कि अगर माफ़ी नहीं मांगी तो कोर्ट भी जाएंगे। वहीं, 3 दिन के अतिरिक्त 2 दिन की और महूलत मांगने के लिए दी गई थी, साथ ही बीते सोमवार को कोर्ट जाने की बात भी कही थी लेकिन ड्राफ्टिंग में करेक्शन होने के कारण सोमवार को कोर्ट नहीं पहुंचे। बतया जा रहा है कि कांग्रेस महीला अध्यक्ष अब बुधवार को कोर्ट में कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ याचिका दायर करवा सकती है। अतीक-अशरफ हत्याकांड पर दिग्विजय सिंह ने थोड़ी चुप्पी, कही ये बातें गर्मियों में इस चीज की खेती से मालामाल हो रहे MP के किसान 'कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने के केस कांग्रेस पार्टी लड़ेगी', दिग्विजय सिंह ने लिया बड़ा फैसला