मुम्बई : नोटबन्दी के दौरान सरकार द्वारा डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के मकसद से पेट्रोल पम्पो से खरीदे गए पेट्रोल या डीजल का कैशलेस पेमेंट करने पर ग्राहक के बैंक खाते में 0.75 फीसदी का कैश बैक दिए जाने की बात कही गई थी. लेकिन ग्राहकों को कैशबैक की सूचना भुगतान के बाद भी नहीं मिलने की शिकायत मिलने के बाद सरकार ने बैंकों से कहा है कि वे ग्राहकों को कैशबैक की सूचना भुगतान के तुरंत बाद दें. दो वरिष्ठ बैंक अधिकारियों के अनुसार केंद्र ने उन ग्राहकों को एसएमएस के जरिये तुरंत यह बताने को कहा है कि डिजिटल पेमेंट करने पर उनके खाते में 0.75 पर्सेंट का कैश बैक आएगा. बैंकों से तीन कार्य दिवस के अंदर यह पैसा ग्राहकों के खाते में डालने को कहा गया है. जबकि बैंकों का कहना है कि देश में कई जगहों पर टेलीकॉम नेटवर्क कनेक्टिविटी ठीक नहीं है. इसलिए तुरंत कैश बैक का एसएमएस भेजना उनके लिए आसान नहीं होगा. गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद नकद की कमी होने पर सरकार ने डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए कई उपायों की घोषणा की थी.इनमें से एक पेट्रोल और डीजल के लिए कैशलेस पेमेंट पर 0.75 फीसद का कैशबैक ऑफर भी था. सरकार ने तेल विपणन कंपनियों से मर्चेंट डिस्काउंट रेट यानी एमडीआर कॉस्ट (1000 रुपये तक के पेमेंट पर 0.25 पर्सेंट और इससे बड़ी रकम पर 0.50 पर्सेंट) का बोझ भी उठाने को कहा है. वहीं, सरकार बैंकों को 0.75 पर्सेंट का कैशबैक पुनर्भुगतान करेगी. मोदी के कारण 45 लोग बन गये लखपति सरकार चली डिजिटल गांवों की ओर