कच्चे तेल को लीटर और रुपये के हिसाब से देखा जाए तो कीमत 9 महीने में 33 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा घटनी चाहिए। जी हाँ, हालाँकि इसके बाद भी देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट देखने को नहीं मिली है। आपको बता दें कि कच्चे तेल की कीमतें जुलाई, 2008 के बाद इस साल मार्च में 140 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई थीं। वहीं उसके बाद से 46 फीसदी गिरावट के साथ यह इस साल सबसे निचले स्तर 76 डॉलर प्रति बैरल के करीब कारोबार कर रहा है। आज पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं है। आपको बता दें कि आज देश में सबसे महंगा ईंधन राजस्थान के श्रीगंगानगर में है। सबसे सस्ता पोर्ट ब्लेयर में पेट्रोल 84.10 रुपये है और डीजल ₹79.74 लीटर है। बिहार में बाप-बेटे को बदमाशों ने सरेआम गोलियों से भूना श्रीगंगानगर की तुलना में पोर्टब्लेयर में पेट्रोल 29।39 रुपये सस्ता है, वहीं डीजल भी 18.50 रुपये सस्ता है। इसी के साथ आपको यह भी बता दें कि कच्चे तेल को लीटर और रुपये के हिसाब से अनुमान लगाएं तो कीमत 9 महीने में 33 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा घटनी चाहिए। वहीं इसके बाद भी देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट देखने को नहीं मिली है। आपको बता दें कि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट इसलिए आ रही है, क्योंकि, रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद जो आपूर्ति की अनिश्चितता थी, वह अब फीकी पड़ गई है। जी दरअसल इसी साल मार्च में जब क्रूड 140 बैरल डॉलर था (एक बैरल में 159 लीटर) तब अप्रैल में खुदरा महंगाई 8 साल के रिकॉर्ड स्तर 7.79% पर थी। वहीं महंगाई को कम करने के लिए आरबीआई ने मई से रेपो दरों में कटौती शुरू की। इसी के साथ ऐसी उम्मीद है कि नवंबर की महंगाई के आंकड़े जब इस हफ्ते आएंगे तो वह 6% रह सकते हैं। तेल महंगा होने का ज्यादा असर माल ढुलाई पर होता है। वहीं पेट्रोल और डीजल की घरेलू दरें इन ईंधनों की अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर निर्भर करती हैं। हालाँकि अप्रैल के बाद से, घरेलू दरें स्थिर हो गई हैं, क्योंकि कंपनियों ने बाजार से कम कीमतों पर ईंधन बेचा और भारी नुकसान हुआ। वहीं ग्राहकों को वैश्विक मूल्य में गिरावट के लाभों को देने से पहले घरेलू कंपनियां पहले अपने नुकसान की भरपाई करेंगीं। दलित लड़की ने हैंडपंप से भरा पानी तो बोला युवक- जवानी उतार दूंगा... 7 साल पहले हुई जिस महिला की मौत, वो आखिर कैसे लौट आई वापस ? ठंड से बचने के लिए चूल्हा जलता छोड़कर सो गए बुजुर्ग दंपत्ति, सुबह तक हो गई मौत