दिल्ली : बढ़ती महंगाई से आम जनता पहले से ही परेशान है . ऐसे में देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कब बड़ोत्तरी हो जाये इस बात का कोई भरोसा नहीं रहता . दाम बड़ोत्तरी का इतिहास तो यही कहता है. अपने इस चिर परिचत इतिहास को फिर से दोहराने के लिए सरकार एक बार फिर तैयार है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में लगातार आ रही बढ़ोतरी के चलते यह बढ़त जारी रहेगी . सोमवार को मुंबई में एक लीटर पेट्रोल 80.10 रुपये और डीजल 67.10 रुपये पर पाउच गया है. वही सरकार कि ओर से ऑयल मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि सरकार लगातार पेट्रोल-डीजल और केरोसीन को जीएसटी के दायरे में लाने की कोश‍िश में जुटी हुई है. इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि जीएसटी परिषद जल्द ही इसको लेकर कोई फैसला ले सकती है. पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों को लेकर उन्हेांने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार कच्चे तेल की कीमतें बढ़ रही हैं. दूसरी तरफ, राज्यों की तरफ से वसूले जाने वाले वैट की वजह से भी कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जीएसटी परिषद की बैठक में राज्य सरकारों को टेक्स में कमी लाने कि सिफारिश को लेकर बात करने की ओर इशारा किया था. इससे थोड़ी राहत मिल सकती है. पेट्रोल के दाम में हो रही लगातार वृद्धि कच्चे तेल के दामों ने लगाई पेट्रोल और डीजल के दामों में आग रोजाना 5 लाख बैरल तेल निकालने का प्रोजेक्ट शुरू