भोपाल: केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल तथा डीजल के उत्पाद शुल्क (excise duty) में कटौती को लेकर विरोध आरम्भ हो गया है। मध्य प्रदेश पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने कटौती पर नाराजगी व्यक्त करते हुए बुधवार शाम 7 से 9 बजे तक बंद की घोषणा की है। एसोसिएशन के उपाध्यक्ष पारस जैन ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल एवं डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती के पश्चात् डीलरों को पुराने स्टॉक पर तकरीबन 150 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। हम पहले ही इस स्टॉक पर उच्च शुल्क का भुगतान कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल पर नए तथा पुराने उत्पाद शुल्क के अंतर को डीलरों को वापस किया जाना चाहिए। साथ-साथ कमीशन को भी बढ़ाया जाना चाहिए। पारस जैन ने कहा कि उत्पाद शुल्क के विरोध में बुधवार को शाम 7 से रात 9 बजे तक तकरीबन 4,900 पेट्रोल-डीजल पंप बंद रहेंगे। आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने बीते सप्ताह पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 8 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल पर 6 रुपये प्रति लीटर की कटौती की है। केंद्र सरकार द्वारा 7 माह में दूसरी बार एक्साइज ड्यूटी में कटौती की गई है। इससे पूर्व बीते वर्ष नवंबर में पेट्रोल पर 5 रुपये एवं डीजल पर 10 रुपये एक्साइज ड्यूटी कम की थी। वही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम करने से केंद्र के राजस्व में वर्षभर में एक लाख करोड़ रुपये का भार आएगा। वहीं, केंद्र की तरफ से एक्साइज ड्यूटी कम किए जाने के पश्चात् अब एक बार फिर से प्रदेश सरकारों पर भी वैट घटाने का दबाव बढ़ गया है। भारतीय जनता पार्टी ने गैर-बीजेपी शासित प्रदेश सरकारों से पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करने की मांग की है। महाराष्ट्र और केरल जैसे कुछ गैर-भाजपा शासित प्रदेशों ने वैट घटा भी दिया है, मगर अब भी कुछ ऐसे प्रदेश हैं जो वैट घटाने से स्पष्ट इंकार कर रहे हैं। IPL 2022 के मेगा ऑक्शन में अनसोल्ड रहे थे 'किलर' मिलर, आज हैं गुजरात टाइटंस की जान आखिर क्यों है आज भारत बंद...क्यों कर रहे कई संगठन समर्थन, जानिए क्या है लोगों की मांगे गुजरात टाइटंस ने IPL 2022 के फाइनल में बनाई जगह, RR के कप्तान संजू सेमसन ने बताया हार का कारण