पेट्रोल-डीजल के दामों में निरंतर दसवें दिन कोई परिवर्तन नहीं हुआ है. देश की राजधानी सहित सभी महानगरों में दाम जस की तस बने हुए हैं. राजधानी दिल्ली में 1 लीटर पेट्रोल के दाम 101.84 रुपये एवं डीजल 89.87 रुपये है. वहीं, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम फिर से 74 डॉलर के पार पहुंच गए हैं. इस वर्ष जनवरी से अबतक देखें तो कच्चे तेल के दामों में 45 फीसदी तक की वृद्धि हो चुकी है. वही मई के पश्चात् से पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि देखने को मिल रही है. 42 दिनों में पेट्रोल लगभग 11.52 रुपये तक महंगा हो चुका है. बता दें मई से लेकर जुलाई तक रुक-रुक कर ईंधन के दामों में वृद्धि देखने को मिली है. इसके साथ ही देशभर के लगभग 19 प्रदेशों में पेट्रोल के दाम 100 रुपये के पार पहुंच गए है. इस सूची में मध्यप्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख सम्मिलित हैं. इसके अतिरिक्त महानगरों में मुंबई, हैदराबाद एवं बंगलूरू में पेट्रोल पहले ही 100 रुपये प्रति लीटर के आंकड़े को पार कर चुका है. वही पेट्रोल डीजल के दामों में जल्द ही कमी आने की उम्मीद की जा रही है. रविवार को ओपेक समूह के साथ हुई बैठक के पश्चात् उम्मीद लगाई जा रही है कि पेट्रोल शीघ्र ही सस्ता हो सकता है. बता दें इस बैठक में पूर्ण मंजूरी बनी है, जिसके तहत पांच OPEC तथा गैर ओपेक देश कच्चे तेल का उत्पादन अगस्त से बढ़ाएंगे. वहीं, इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दामों में कमी आई है. वित्त मंत्री का बड़ा बयान, कहा- "मौजूदा कोविड आर्थिक संकट से निपटने के लिए करेंसी नोट छापने..." क्या पूरे देश में एक समान हो जाएंगे पेट्रोल-डीजल के भाव ? लोकसभा में उठा सवाल क्या आर्थिक संकट से निपटने के लिए नए नोट छपेगी सरकार ? पढ़िए वित्त मंत्री सीतारमण का जवाब