नई दिल्ली: केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें स्थिर रहती हैं, तो तेल कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम करने पर विचार करने की हालत में होंगी। उन्होने कहा है कि तेल कंपनियों के आगामी तिमाही परिणाम अच्छे होंगे। पुरी ने भाजपा हेडक्वार्टर पर पेट्रोल कीमतों पर विभिन्न सवालों के जवाब देते हुए कहा कि वह इस मुद्दे पर फ़िलहाल कोई ऐलान करने की स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि, 'आगे चलकर देखेंगे कि क्या किया जा सकता है।' पुरी ने कहा कि सरकारी तेल विपणन कंपनियों ने पिछली तिमाही में सही प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि, 'उन्होंने (कंपनियों ने) कुछ नुकसान की भरपाई कर ली है। उन्होंने अपनी कॉरपोरेट जिम्मेदारी काफ़ी अच्छी तरह निभाई है। हम जैसे आगे बढ़ेंगे, हम देखेंगे कि इस संबंध में क्या किया जा सकता है।' केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने सुनिश्चित किया है कि 22 अप्रैल 2022 से तेल कीमतों में इजाफा न हो। उन्होंने आगे कहा कि सरकार आगे भी सुनिश्चित करेगी कि ग्राहकों को समस्या ना हो। पुरी ने विपक्ष पर 'रेवड़ी राजनीति' करने का इल्जाम लगाते हुए कहा कि कोई सब कुछ 'मुफ्त' में देने की पेशकश कर सकता है, मगर ऐसे में मुफ्तखोरी की सियासत खतरनाक क्षेत्र में प्रवेश कर जाती है। बता दें कि, बीते एक साल से पेट्रोल, डीजल के दाम स्थिर हैं और अब यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें स्थिर रहती हैं, तो भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती हैं, जो आम आदमी को राहत देने वाली होगी। गौतम अडानी फिर बने एशिया के सबसे अमीर शख्स, इस पायदान पर बनाई जगह 'नमाज़ पढ़ना है..', तो अंधेरे में बीच सड़क पर खड़ी कर दी रोडवेज की बस, ड्राइवर-कंडक्टर सस्पेंड, देखें Video अनिल अंबानी के जन्मदिन पर जानें उनके बारें में कुछ ख़ास बातें