नई दिल्ली: देश में खतरनाक कोरोना वायरस की दूसरी लहर कहर ढा रही है. कई राज्य कोरोना वैक्सीन की किल्लत से जूझ रहे हैं. इस बीच अमेरिका की फाइजर कंपनी इसी वर्ष भारत को पांच करोड़ टीके मुहैया कराने को तैयार है, किन्तु वह क्षतिपूर्ति सहित कुछ नियामकीय शर्तों में बड़ी रियायत चाहती है. फाइजर ने कहा है कि भारत को एक करोड़ वैक्सीन जुलाई में, एक करोड़ अगस्त में और दो करोड सितंबर और एक करोड़ अक्टूबर में उपलब्ध करा दी जाएंगी. कंपनी ने कहा है कि वह सिर्फ भारत सरकार के साथ बात करेगी और टीकों का भुगतान भारत सरकार की ओर से फाइजर इंडिया को करना होगा. खरीदे गए टीके का घरेलू स्तर पर वितरण करने का काम भारत सरकार को स्वयं करना होगा. सूत्र ने कहा है कि भारत को वैक्सीन की सप्लाई के लिये फाइजर ने भारत सरकार से क्षतिपूर्ति का अनुबंध किए जाने की शर्त भी रखी है और इसके डॉक्यूमेंट भेजे हैं. फाइजर के अनुसार, उसने अमेरिका समेत 116 देशों से क्षतिपूर्ति के करार किये हैं. दुनियाभर में फाइजर वैक्सीन की अब तक 14.7 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं. फिलहाल कहीं से भी किसी प्रकार के उल्लेखनीय दुष्प्रभाव की रिपोर्ट नहीं है. वहीं, मॉडेर्ना का एक खुराक वाली वैक्सीन अगले साल भारत में उपलब्ध हो सकती है. इसके लिये वह सिप्ला और अन्य भारतीय दवा कंपनियों के साथ चर्चा कर रही है कि मॉडेर्ना ने भारतीय प्राधिकरणों को यह बताया है कि उसके पास 2021 में अमेरिका से बाहर के लिए वैक्सीन का स्टॉक नहीं हैं. समझा जाता है कि सिप्ला ने मॉडेर्ना से 2022 में पांच करोड वैक्सीन की खुराक की खरीद में दिलचस्पी दिखाई है. मार्च तिमाही में BPCL का धमाकेदार प्रदर्शन, एक्सपर्ट्स के अनुमान से 7 गुना अधिक कमाया मुनाफा चौथी तिमाही में उच्च शुद्ध लाभ दर्ज करने के बावजूद बर्जर पेंट्स के शेयर में आई गिरावट फाइजर के शेयरों में गिरावट के बाद 100 करोड़ रुपये रह गया चौथी तिमाही का मुनाफा